केजीएमयू के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज ने मार्च निकालकर दी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस द्वारा जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों की शहादत को नमन करने एवं उनको श्रद्धांजलि देने के लिए प्रशासनिक भवन से मेन गेट होते हुए सेल्बी हॉल तक एक पैदल मार्च निकाला गया। इस दौरान किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट, उप कुलसचिव प्रो अनित परिहार, डीन, पैरामेडिकल साइंसेस प्रो विनोद जैन, कुलानुशासक, प्रो आरएस कुशवाहा, फिजियोलॉजी विभाग के डॉ0 संदीप भट्टाचार्य सहित तमाम चिकित्सकों, कर्मचारियों एवं सैकड़ों की संख्या में उपस्थित नर्सिंग एवं पैरामेडिकल साइंसेस के छात्र-छात्राओं ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और उन्हें पुष्प अर्पित किए।
इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट ने पुलवामा आतंकी हमले की पुरजोर निंदा करते हुए इसे अमानवीय कृत्य बताया। उन्होंने कहा कि जो राष्ट्र की एकता, अखण्डता और उसके सामाजिक ढांचे को नुकसान पहुंचाने का कार्य करता है वह राष्ट्रदोही होता है और जो अपने प्राणों की आहूति देकर भी देश की रक्षा करे वह सेना का जवान होता है। उन्होंने कहा कि संकट की ऐसी घड़ी प्रत्येक राष्ट्र के समक्ष कभी न कभी आती ही है, ऐेसे वक्त में देश एकजुट होकर राष्ट्र भक्ति की भावना से प्रेरित होकर शहीदों को श्रद्धांजलि दे और आगे बढ़कर राष्ट्र को और मजबूत बनाने का कार्य करे।
…वह नर नहीं नरपशु निरा है और मृतक के समान है
डीन, पैरा मेडिकल साइंसेस, प्रो0 विनोद जैन ने मैथिली शरण गुप्त की रचना ‘जिसको न निज गौरव तथा निज देश पर अभिमान है, वह नर नहीं नरपशु निरा है और मृतक के समान है’ के द्वारा शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इसी भावना को हृदय में बसा कर आज यह श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना पर गर्व है तथा हम अपने परिवार के साथ उसी के कारण सुखपूर्वक रह रहें हैं। इस प्रकार की कायराना करतूत की जितनी निंदा की जाए कम है।
उन्होंने कहा कि जाति, धर्म से ऊपर उठ कर हमारा देश आता है और जो भी हमारे राष्ट्र को नुकसान पहुंचाता है वह राष्ट्रदोही तथा जो राष्ट्र के लिए कार्य करता है वह राष्ट्रभक्त है। भारत माता के सच्चे सपूतों को खोकर हम अंतर्मन से आहत हैं। आक्रोश भी है लेकिन इसके साथ ही यह विश्वास भी है कि हम पीछे हटने वाले नहीं है और हर स्थिति का डट कर मुकाबला करने में सक्षम हैं।
श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से पैरामेडिकल साइंसेस की डॉ अंकिता जौहरी, दुर्गा गिरि, नावेद आलम, रमाशंकर मिश्रा, शिवानी श्रीवास्तव समेत समस्त टीचर असिस्टेंट एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।