-केजीएमयू में शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में आईआईएम की निदेशक ने कहा
-कई शिक्षकों को किया गया सम्मानित भी, डॉ आनन्द मिश्र की किताब का विमोचन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। शिक्षक को सदैव एक उत्प्रेरक की भूमिका निभानी होती है, जिससे कि वह विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा के साथ साथ समाज मे एक अच्छा नागरिक बनने के लिए जागरूक कर सके।
यह विचार आज यहां किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित कलाम सेंटर में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे आईआईएम लखनऊ की निदेशक प्रो अर्चना शुक्ला ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि केजीएमयू देश का महत्वपूर्ण चिकित्सा संस्थान है। उन्होंने कोविड में केजीएमयू के रोल की भूरि-भूरि प्रसंशा की। उन्होंने बताया कि इस संस्थान द्वारा उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षा प्रदान की जाती है। इस कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में यहां के गाइनोकोलॉजी विभाग की भूतपूर्व विभागाध्यक्ष प्रो0 चन्द्रावती का आमंत्रित किया गया था।
इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति ले0 जन0 डॉ0 बिपिन पुरी ने डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन का उल्लेख करते हुए बताया कि शिक्षण एक पेशा न होकर एक उद्देश्य है। इसमे अनुभव सदैव काम आता है जो हमेशा एक अच्छे शिक्षक के रूप में उभर के सामने आए।
इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो ए के त्रिपाठी ने कहा शिक्षक हमें शिक्षा से तो बेहतर बनाते ही है, साथ ही हमारे ज्ञान और विश्वास के स्तर को बढ़ाकर नैतिक रूप से भी हमें अच्छा बनाते है। जीवन में अच्छा करने के लिए वह हमे हर असंभव कार्य को संभव करने की प्रेणना देते हैं।
समारोह में बेस्ट टीचर एवॉर्ड प्रो आर के दीक्षित, डा0 निशांत वर्मा एवं डॉ नीरज मिश्र, डा0 फाहद डेंटल साइंस अवार्ड तथा यंग टीचर एवॉर्ड डॉ आर चन्दानी, डॉ कुशाग्र गौरव एवं पैरामेडिकल साइंसेज अवॉर्ड तनिमा वर्मा व अनुग्रह को दिया गया। कार्यक्रम में प्रो जमाल मसूद एवं प्रो आशा अवस्थी को मोमेंटो व शॉल से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर इंडोक्राईन सर्जरी के विभागाध्यक्ष डा0 आनंद मिश्र की किताब का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम मे प्रति कुलपति प्रो विनीत शर्मा समेत समस्त चिकित्सा शिक्षक,सेवा निवृत्त शिक्षक, डीन, छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।