-नैनीताल में होने वाली कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत किये जायेंगे संबंधित शोधपत्र
-तय होगी होम्योपैथी को अग्रिम पंक्ति में खड़ा करने की रूपरेखा
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। होम्योपैथी दवाओं से ऑपरेशन वाले रोगों, इमरजेंसी की स्थिति सम्भालने समेत अनेक जटिल रोगों का उपचार में सफलता प्राप्त करने सम्बंधी कई शोध पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे। ये शोध पत्र आगामी 21 एवं 22 दिसम्बर को होम्योपैथिक साइंस काग्रेस सोसाइटी एवं चंदोला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के तत्वावधान में नैनीताल के होटल आरिफ कैसल में होने वाली राष्ट्रीय होम्योपैथी कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत किये जायेंगे।
यह जानकारी कॉन्फ्रेंस के सयोजक एवं केन्द्रीय होम्यौपैथिक परिषद के पूर्व सदस्य डॉ अनुरुद्ध वर्मा ने देते हुए बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में देश भर से लगभग 400 होम्योपैथिक विशेषज्ञों के भाग लेने की संभावना है, इनमें उत्तर प्रदेश से 150 से अधिक चिकित्सक भाग लेगे। काफ्रेंस का उद्घाटन उत्तराखण्ड के आयुष मंत्री हरक सिंह रावत करेंगे जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में केन्द्रीय होम्योपैथी परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ रामजी सिंह, उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ बीएन सिंह एवं उत्तराखण्ड के होम्योपैथिक निदेशक डॉ राजेन्द्र सिंह को आमत्रित किया गया है।
उन्होंने बताया की कॉन्फ्रेंस में होम्योपैथी के क्षेत्र में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहे नवीनतम विकास एवं अनुसंधान, रोगों के उपचार में होम्योपैथी की भूमिका, होम्योपैथी के दर्शन एवं सिद्धांत पर चर्चा की जाएगी तथा होम्योपैथी को प्रथम पंक्ति की चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित करने की रूप रेखा तय की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कॉन्फ्रेंस के छह वैज्ञानिक सत्रों में कैंसर, ऑटिज्म, थाइराइड के रोग, अस्थमा, यूट्राइन, मायोमा, चर्म रोग, बांझपन, हड्डियों के रोग, माईग्रेन, ऑपरेशन योग्य रोगों का होम्योपैथिक उपचार, आपात स्थिति रोगों का होम्योपैथिक उपचार विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किये जाएंगे, साथ ही एल एम पोटेन्सी की उपयोगिता पर भी चर्चा की जाएगी। कॉन्फ्रेंस में शोध पत्र प्रस्तुत करने वालों में दुबई से प्रो डॉ शेख समसुर रहमान, बंगलुरु से प्रो बीडी पटेल, प्रो एचएल स्वामी, पूना से प्रो धर्मेन्द्र शर्मा, मुम्बई से डॉ समीर चैकर, पंजाब से डॉ तनवीर हुसैन अहमदाबाद से डॉ गौरी शर्मा, जबलपुर से प्रो0 जी0पी पाटिल जयपुर से प्रो0 तारकेश्वर जैन व डॉ निशांत दरियानी ग्वालियर से डाॅ.0 राजेश गुप्ता, डाॅ सपना गुप्ता, आगरा से डा0 पवन पारिक, रायबरेली से डॉ रमेश श्रीवास्तव व डॉ प्रभात श्रीवास्तव तथा लखनऊ से डॉ ओपी श्रीवास्तव, डॉ पंकज श्रीवास्तव, डॉ निशांत श्रीवास्तव एवं गाजीपुर से डॉ विजेन्द्र सिंह शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर होम्योपैथिक औषधियों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि नैनीताल में राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार आयोजित हो रही इस कॉन्फ्रेंस से उत्तराखण्ड में होम्योपैथी के पक्ष में वातावरण सृजित होगा तथा राज्य सरकार होम्योपैथी के विकास की नीतियां तय करने में इसको प्राथमिकता देगी।