-जनवरी 2025 में ही दूसरों के साथ लागू कर देना चाहिये था फैसला : अशोक कुमार
-दो अन्य मांगों को भी पूरा करने का अनुरोध किया राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश ने


सेहत टाइम्स
लखनऊ। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स का पदनाम बदल कर नर्सिंग ऑफिसर एवं सिस्टर इन्चार्ज का सीनियर नर्सिंग ऑफिसर किए जाने पर राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश ने आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया, राजकीय नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार के अनुसार यह पदनाम परिवर्तन के जी एम यू, एस जी पी जी आई, सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान, इटावा की तरह पहले ही कर देना था, जबकि सितंबर 2024 में मुख्य सचिव समिति में निर्णय ले लिया गया था किंतु सरकार की दोहरी नीतियों के कारण इतना विलम्ब हो गया, जबकि चिकित्सा शिक्षा विभाग में जनवरी 2025 में ही कर दिया गया था।
पदनाम परिवर्तन के लिए स्वास्थ्य मंत्री से राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी ने अप्रैल 2025 में मिलकर माँग पत्र सौंपा था, स्वास्थ्य मंत्री ने तीन प्रमुख मांगों पर शासन स्तर पर वार्ता कर शीघ्र ही आदेश जारी कराने के लिए आश्वासन दिया था, किंतु अभी एक ही माँग पूरी हो सकी है, गृह जनपद एवं अन्य संस्थानों की भांति भत्तों की माँग अभी भी लंबित है।

राजकीय नर्सेज संघ के उपाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार के अनुसार सरकार प्रदेश की नर्सेज के साथ दोहरा रवैया अपना रही है एक ओर अन्य चिकित्सा संस्थानों की नर्सेज को तो सभी भत्ते केन्द्र के समान दे रही है, परन्तु चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग को भत्ता केन्द्र के समान नहीं मिल रहा है।
साथ ही प्रदेश में कार्यरत चिकित्सक सवर्ग के लिए तो गृह जनपद तैनाती के आदेश हैं पर नर्सेज के लिये अनुमति नहीं है। राजकीय नर्सेज संघ उत्तरप्रदेश पुनः स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर अन्य औचित्य पूर्ण मांगों को पूरा करने के लिए अनुरोध करेगा।
