Saturday , April 20 2024

40 तरह के कैंसर व 25 दूसरी तरह की बीमारियां होती हैं धूम्रपान से

-नो स्‍मोकिंग डे पर केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में मरीज व परिजनों को किया गया जागरूक

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग, केजीएमयू द्वारा विश्व धूम्रपान निषेध दिवस मनाया गया।  यह दिवस लोगों को धूम्रपान से होने वाली विभिन्न बीमारियों जैसे कि कैंसर, सांस की बीमारी एवं धूम्रपान करने वाले लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक सभी कार्यदिवस में धूम्रपान करने वाले रोगियों को धूम्रपान छुड़ाने के लिए परामर्श एवं चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जाती है। इस धूम्रपान निषेध ओपीडी के इंचार्ज डा0 दर्शन बजाज एवं डा0 अंकित कुमार है।

विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने विभाग में भर्ती मरीजों के परिजनो के साथ संवाद किया। डा0 सूर्यकान्त ने परिजनों से पूछा कि कितने लोगों के मरीज धूम्रपान करते थे। तो ज्यादातर लोगों ने हां में जवाब दिया। डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि धूम्रपान से लगभग 40 तरह के कैंसर व 25 तरह की अन्य बीमारियां होती हैं। भारत में लगभग 28 प्रतिशत लोग तम्बाकू का सेवन करते है। तम्बाकू का सेवन धूम्रपान की तरह या फिर चबा कर किया जाता है। धूम्रपान करने से मरीज को कैंसर हो सकता है और धूम्रपान से निकले वाले धुएं से धूम्रपान करने वाले मरीज के साथ रहने वाले सगे-संबंधियों को भी यह बीमारियां हो सकती हैं। धूम्रपान करने से युवाओं में प्रजनन क्षमता कम होती है। इस अवसर पर चिकित्सकों ने मरीजों के परिजनों के प्रश्नों के भी उत्तर दिये। परिजनों ने पूछा कि भारत सरकार धूम्रपान पर पूरी तरह से रोक क्यो नहीं लगा देती है। डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि भारत सरकार तम्बाकू व्यवसाय से जुड़े किसानों, आदिवासियों एवं व्यवसाइयों के लिए अन्यत्र जीविका एवं रोजगार के साधन जुटा रही है, ऐसा हो जाने पर ही भारत सरकार तम्बाकू/धूम्रपान पर पूरी तरह से रोक लगा सकती है। डा0 सूर्यकान्त ने सभी परिजनों से धूम्रपान करने वाले सभी सगे संबन्धी एवं जान-पहचान के लोगों को धूम्रपान निषेध क्लिनिक में धूम्रपान छूड़वाने के लिए लाने का अनुरोध किया।

इस अवसर पर विभाग के डॉक्टर्स – डा0 आर0एस0 कुशवाहा, डा0 संतोष कुमार, डा0 अजय कुमार वर्मा, डा0 आनन्द श्रीवास्तव, डा0 दर्शन कुमार बजाज, डा0 ज्योति बाजपेई, डा0 अंकित कुमार, समस्त रेजिडेंट डाक्टर्स एवं कर्मचारीगण एवं मरीजों के परिजन मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.