-कर्मचारी महासंघ ने निदेशक को सौंपा ज्ञापन, कहा मजबूर होकर लेना पड़ रहा है निर्णय
-प्रमुख मांगों में कैडर रिस्ट्रक्चरिंग, तीन प्रकार के भत्ते व सीधी भर्ती की मांग शामिल
सेहत टाइम्स
लखनऊ। वर्षों से लंबित तीन प्रमुख मांगें कैडर रिस्ट्रक्चरिंग, तीनों भत्ते (पेशेंट केयर एलाउंस, वर्दी भत्ता और द्विभाषीय भत्ता) तथा लगभग 1200 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती सहित अन्य मांगें पूरी न होने के कारण संजय गांधी पीजीआई के कर्मचारी महासंघ द्वारा 13 जून से अनिश्चितकालीन धरना दिए जाने का ऐलान किया गया है।
यह जानकारी देते हुए कर्मचारी महासंघ के महामंत्री धर्मेश कुमार ने बताया कि संजय गांधी पीजीआई कर्मचारी महासंघ पिछले दो-तीन सालों से लगातार संस्थान प्रशासन और उत्तर प्रदेश शासन के साथ पत्राचार और वार्ता करता आ रहा है। इन मांगों के संबंध में कर्मचारी महासंघ द्वारा राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को भी अवगत कराया जा चुका है।
उन्होंने कहा है कि संस्थान प्रशासन द्वारा यह कहा जाना कि उपरोक्त मांगों का प्रकरण उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर प्रक्रियाधीन है, और मांगें अभी लंबित हैं, जिससे संस्थान के कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है। उन्होंने बताया कि कर्मचारी महासंघ द्वारा आंदोलनतामक रुख अपनाते हुए 13 जून 2022 से धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। धरने के दौरान कर्मचारियों की आम सहमति से निर्णय लेकर कार्य बहिष्कार भी किया जा सकता है, जिसकी समस्त जिम्मेदारी संस्थान प्रशासन और उत्तर प्रदेश शासन की होगी।