-नेशनल बोन एंड जॉइंट वीक के मौके पर हेल्थ सिटी हॉस्पिटल में दो दिवसीय बोन एवं जॉइंट चेक अप कैंप का आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। आर्थराइटिस फाउंडेशन ऑफ़ लखनऊ एवं हेल्थसिटी हॉस्पिटल ने मरीज हित में दो दिवसीय बोन एवं जॉइंट चेक अप कैंप का आयोजन किया हैं जो 4 अगस्त व 5 अगस्त तक चलेगा। ज्ञात हो नेशनल बोन एंड जॉइंट वीक (सप्ताह) राष्ट्रीय स्तर पर अगस्त 4 से मनाया जाता है। लोग लाइफस्टाइल और सेहत की बात तो करते हैं परन्तु बोन हेल्थ पर ज्यादातर लोगों का ध्यान नहीं जाता। लोगों की जागरूकता बढ़े इसलिए हर साल 4 अगस्त को नेशनल बोन ऐंड जॉइंट डे के रूप में मनाया जाता है। उसी दिन से सप्ताह भर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं। इसका उद्देश्य जनता में जोड़ एवं हड्डियों के स्वास्थ्य सम्बन्धी जागरूकता फैलाना है।
यह जानकारी हेल्थ सिटी हॉस्पिटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में देते हुए आर्थराइटिस फाउंडेशन ऑफ़ लखनऊ के संस्थापक डॉ संदीप कपूर और डॉ संदीप गर्ग ने बताया कि मरीज या उनके परिजन फ़ोन के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवाकर विशेषज्ञ से मिल सकते हैं। लोग हेल्थ सिटी हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन काउंटर से भी सीधे संपर्क कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन का समय कैम्प के दौरान सुबह 9 से 11 रखा गया है। रजिस्ट्रेशन के समय ही डॉक्टर से मिलने/परामर्श का समय भी दिया जायेगा। इस सम्बन्ध में एक हेल्प लाइन नंबर- +91-9455335566 की जानकारी भी गयी है।
जोड़ों की समस्याओं पर बताते हुए डॉ कपूर ने कहा कि हर 10 में से 7 व्यक्तियों में विटामिन-डी की कमी पायी जाती है। ये व्यक्ति किसी भी उम्र के हों विटामिन-डी की कमी हर उम्र के व्यक्ति में पायी जाती है। विटामिन-डी की कमी के कारणों के बारे में बताते हुए डॉ कपूर ने कहा कि जीवनशैली में धूप की कमी, सुस्त दिनचर्या और खानपान में सही अनाज का न होना प्रमुख कारण हैं।
-कोविड के दौरान स्टेरॉयड ने भी दुष्प्रभाव डाला है हड्डियों पर
डॉ गर्ग ने कहा की कोविड के दौरान जिस प्रकार से स्टेरॉयड का प्रयोग हुआ उस से भी हड्डियों पर दुष्प्रभाव हुआ। उन्होंने बताया कि उम्र के साथ हड्डियां स्वाभाविक रूप से कमजोर होती हैं और कई बार आर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोग की वजह से भी। ऐसे में सही देखभाल, उचितखानपान और सही समय पर सटीक डाक्टरी सलाह जीवन सुधार देती है। जब जोड़ जैसे की घुटने, पूरी तरह से ख़राब हो जाते हैं तब इन्हें बदलवाना एक स्वस्थ जीवन के लिए कारगर होता है परन्तु सही जानकारी के अभाव में मरीज अत्यधिक देरी करते हैं और अच्छी लाइफस्टाइल से वंचित रह जाते हैं।
-उत्तर प्रदेश चिकित्सा का एक बेहतर विकल्प
डॉ कपूर ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश चिकित्सा के क्षेत्र में न सिर्फ देश अपितु विदेश के मरीजों के लिए भी एक बेहतर विकल्प साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि जहाँ कुछ वर्षों पहले जोड़ प्रत्यारोपण अथवा ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसे ऑपरेशन के लिए मरीज उत्तर प्रदेश से बाहर जाते थे वहीं अब दुसरे राज्यों से मरीज लखनऊ आते हैं। आने वाले समय में लखनऊ मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
लगभग 30 वर्षों का अनुभव लेकर डॉ कपूर और डॉ गर्ग ने हेल्थसिटी विस्तार की नींव रखी हैं और शीघ्र ही सेवायें भी प्रारम्भ होंगी। डॉ गर्ग ने कहा की उत्तर प्रदेश में पढाई करने के बाद यही काम भी किया और लखनऊ शहर और उत्तर प्रदेश में लोगों ने उन्हें समर्थन भी दिया। अब समय हैं कि समाज को वे अपना बेहतर योगदान दें और चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने से बेहतर कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि लखनऊ के लोगों को उनके बजट अनुरूप विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान करना ही उनकी प्राथमिकता है।