-गर्भवती को भर्ती न कर कोविड डेस्क भेजने के कारण वहीं हुए प्रसव का मामला
-चिकित्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में गठित समिति तीन दिन में सौंपेगी अपनी रिपोर्ट
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। यहां गोमती नगर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में सोमवार को डिलीवरी के लिए पहुंची महिला को भर्ती न कर कोविड जांच के लिए भेजने से वेटिंग के दौरान ही डिलीवरी होने के मामले में संस्थान ने फौरी तौर पर एक कन्सल्टेंट सहित चार रेजीडेंट्स को जहां ड्यूटी से हटा दिया है वहीं ऑब्स एंड गाइनीकोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस देते हुए प्रकरण की जांच के लिए समिति गठित कर दी है।
संस्थान के मीडिया प्रवक्ता डॉ श्रीकेश ने इस सम्बन्ध में जारी पत्र में कहा है कि सोमवार 6 जुलाई को ऑब्स एंड गायनीकोलॉजी विभाग की इमरजेंसी में गर्भवती मरीज इंदिरा नगर निवासी जो कि एक्टिव लेबर में थी, को ऑन ड्यूटी टीम द्वारा कोविड-19 की जांच के लिए कोविड डेस्क पर भेजा गया जहां उसने शिशु को जन्म दिया, इस प्रकरण में मामले की गंभीरता को देखते हुए हॉस्पिटल ब्लॉक की चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सरिता सक्सेना की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन कर दिया गया है, यह जांच समिति 3 दिन के भीतर जांच कर निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में संस्थान की निदेशक प्रो नुजहत हुसैन का कहना है कि संस्थान द्वारा हर प्रकार के मरीजों के लिए एसओपी जारी की जा चुकी है। मरीज हमारी प्राथमिकता हैं और इस प्रकार लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, प्रथम दृष्टया दोषियों को हाल फिलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है तथा जांच के दौरान जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। किसी प्रकार के नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।