-महानिदेशक के स्टेट ड्रगवेयर हाउस के निरीक्षण में सामने आयी लापरवाही, दिये कड़े निर्देश
सेहत टाइम्स
लखनऊ। जनपदों में परिवार नियोजन की सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी निभाने वाले लोग अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, इसका नतीजा यह है कि कई बार ऐसा होता है कि सामान की उपलब्धता होने के बावजूद मरीज तक नहीं पहुंचता है। लापरवाही का आलम यह है कि परिवार नियोजन लॉजिस्टिक सूचना प्रणाली (एफ़पीएलएमआईएस) पोर्टल होने के बावजूद उसको देखने तक की जहमत नहीं उठायी जाती है। यह लापरवाही 7 जनवरी को राष्ट्रीय कार्यक्रम अनुश्रवण एवं मूल्यांकन, परिवार कल्याण महानिदेशालय यूपी की महानिदेशक डॉ सुषमा सिंह के नादरगंज स्थित स्टेट ड्रगवेयर हाउस लखनऊ के निरीक्षण में सामने आयी।
मिली जानकारी के अनुसार महानिदेशक डॉ सुषमा सिंह के साथ निदेशक, परिवार कल्याण डॉ दिनेश कुमार तथा संयुक्त निदेशक, परिवार कल्याण डॉ उदय प्रताप की टीम स्टेट ड्रगवेयर हाउस लखनऊ के निरीक्षण के लिए पहुंची। महानिदेशक ने जब एफ़पीएलएमआईएस पोर्टल को खोलकर देखा तो पता चला कि आशा, एएनएम आदि द्वारा तो पोर्टल पर मांग डाली गयी है, लेकिन जिलास्तर और ड्रगवेयर हाउस स्तर पर लॉजिस्टिक मैनेजरों ने मांग के अनुरूप जिलों में कंडोम, कॉपर टी, गर्भनिरोधक गोलियां व अन्य परिवार नियोजन संबंधी साधन वाली वस्तुओं की आपूर्ति करना सुनिश्चित नहीं किया है। हालांकि यह निरीक्षण कुछ जिलों का ही देखा गया है, विस्तृत जांच में ही पूरी असलियत सामने आयेगी।
इसके बाद महानिदेशक द्वारा इस पर नाराजगी जताते हुए संयुक्त निदेशक (एल०एम०सी०) को निर्देश दिये गये कि एफपीएलएमआईएस पोर्टल का नियमित अनुश्रवण करना सुनिश्चित करें तथा राज्य, मण्डल व जनपद स्तर पर गर्भ निरोधक सामग्री की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में बनाये रखें, जिससे कि लाभार्थी को समय से पर्याप्त मात्रा में गर्भ निरोधक सामग्री उपलब्ध हो सके।
उक्त के अतिरिक्त अधिशासी अभियन्ता, परिवार कल्याण महानिदेशालय को भी निर्देशित किया गया कि परिसर में नवनिर्मित स्टेट ड्रगवेयर हाउस नादरगंज, लखनऊ का निमयानुसार यथाशीघ्र हस्तानान्तरण करवाना सुनिश्चित करें। बताया जाता है कि निरीक्षण के समय समस्त कर्मचारी उपस्थित पाये गये, परिसर में साफ सफाई व उचित रख रखाव बनाये रखने के निर्देश दिये गये।