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स्‍वच्‍छता के लिए ललितपुर के महिला अस्‍पताल में मारी बाजी, दूसरे नम्‍बर पर लोहिया संयुक्‍त चिकित्‍सालय

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा, लोहिया अस्‍पताल में सुविधाएं बहुत बढ़िया हैं, यानी प्रदेश बदल रहा है

लखनऊ। स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत कायाकल्प अवार्ड का वितरण बुधवार को लखनऊ में किया गया। इसके तहत ललितपुर के जिला महिला चिकित्सालय को प्रथम और लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया संयुक्‍त चिकित्‍सा संस्‍थान को द्वितीय स्‍थान तथा रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय, लखनऊ को तृतीय स्थान एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, डोभी जौनपुर को प्रथम स्थान, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पिपराइच, गोरखपुर को द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली चिकित्सा इकाइयों को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में 15 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को जनपद स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली चिकित्सा इकाई को भी सम्मानित किया गया। साथ ही कायाकल्प विषय पर काफी टेबल बुक और फैसिलिटी ब्रांडिग बुक का भी विमोचन किया गया।

 

पुरस्‍कार की राशि के रूप में ललितपुर के जिला महिला चिकित्‍सालय को 50 लाख एवं डॉ.राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय को 20 लाख रूपये प्रदान की गयी। उत्‍तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने यह अवॉर्ड देते हुए कहा कि अस्पतालों में सफाई कार्य ही नहीं, चिकित्सकीय सुविधाओं का भी कायाकल्प हो रहा है। मुझे स्वास्थ्य संबन्धी दिक्कत थी, बाहर से इलाज कराने की सलाह दी गई मगर मैने लोहिया अस्पताल में इलाज कराया, बहुत बढ़िय़ा सुविधाएं उपलब्ध हैं, यानि प्रदेश बदल रहा है।

 

इंदिरा प्रतिष्ठान में आयोजित पुरुस्कार समारोह में स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र , स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी होती है, 389 में 54 को आज अवॉर्ड दिया जा रहा है, 2800 ब्लाक हेल्थ सेंटर हैं, सभी पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों पर 22 करोड़ की जनता के इलाज का दबाव है, फिर भी बेहतर कार्य कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि पीएचसी व सीएचसी को उच्चीकृत करने के लिए जो फंड दिया जा रहा है उसका 40 प्रतिशत से ज्यादा खर्च नहीं हो पा रहा है। सीएमओ को गंभीरता से ध्यान देना होगा। इसी प्रकार प्रदेश के 51 जिला अस्पतालों को वर्ल्‍ड बैंक के सहयोग से उच्चीकृत किये जाने का प्रस्ताव है।

 

इस ’’कायाकल्प अवार्ड’’ योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके अन्र्तगत छः थीमेटिक एरिया 1) हास्पिटल अपकीप 2) सैनिटेशन एवं हाईजिन 3) वेस्ट मैनेजमेंट 4) इन्फेक्शन कन्ट्रोल 5) सपोर्ट मैनेजमेंट और 6) हाईजिन प्रमोशन में कुल 500 अंकों के सापेक्ष तीन चरणों पर मूल्यांकन के आधार पर चिन्हित इकाईयों में से अवार्ड के लिए चयन किया गया है। वर्ष 2017-18 में इसके तहत चयनित 116 चिकित्सा इकाईयों में 37 जिला स्तरीय, 25 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और 54 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को अवार्ड के लिए अर्ह पाया गया है।

 

चिकित्सा स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ.महेन्द्र सिंह ने कहा कि अभी तक स्वास्थ्य विभाग को ग्राम विकास विभाग द्वारा अवार्ड नहीं मिलता था, पहली बार बेहतर साफ सफाई एवं चिकित्सा सेवाओं की वजह सें अवार्ड मिल रहा है। द्वितीय पुरुस्कार प्राप्त करते हुए लोहिया अस्पताल के निदेशक डॉ.डी एस नेगी ने बताया कि इसके पूर्व वर्ष 2014-15 में भी इस चिकित्सालय को कायाकल्प का प्रथम पुरुस्कार मिल चुका है, इतना ही नहीं वर्ष 2011 में उत्कृष्ट सेवाओं की वजह से अस्पताल को भारत के पहले सरकारी अस्पताल को एनएबीएच  प्रमाण पत्र मिलने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एनक्यूएएस से प्रमाण पत्र प्राप्त करने की कतार में आगे है, बीते दिनों 10 से 12 सितम्बर तक एनक्यूएएस की तीन सदस्यीय टीम के पंजाब के प्रो.गुरुमीत सिंह, उड़ीसा के डॉ.जनार्दन नायक एवं हैदराबाद से के निरंजन ने, अस्पताल में समस्त चिकित्सकीय सेवाओं एवं गुणवत्ता का निरीक्षण एवं मूल्यांकन किया है।

 

 

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