-बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के लिए किये गये प्रावधानों का सर्वाधिक लाभ यूपी को
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। आम बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए जिस बड़े आर्थिक पैकेज का एलान किया गया है। उसमें देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा यूपी को बड़ा लाभ मिलने जा रहा है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए हर कदम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजनाएं कारगर साबित हो रही हैं। ऐसे में अब वित्तीय वर्ष 2021-22 बजट में हेल्थ सेक्टर को मिली सौगात से उत्तर प्रदेश को सर्वाधिक लाभ होगा। बजट में हर जिले में इंटीग्रेटेड लैब की स्थापना की घोषणा के बाद सबसे ज्यादा इंटीग्रेटेड लैब का निर्माण यूपी में किया जाएगा। प्रदेश के 75 जनपदों को इंटीग्रेटेड लैब बनेंगी।
उत्तर प्रदेश को स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस करने के लिए तत्पर योगी सरकार एक ओर जहां हेल्थ सेक्टर में प्रदेशवासियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं यह बजट स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी बेहतर बनाएगा। सबसे अधिक जनसंख्या वाले प्रदेश में इसके तहत 17,788 ग्रामीण और 11,022 शहरी स्वास्थ्य एवं वेलनेस केन्द्रों को जरूरी सहायता मुहैया कराई जाएगी।
पुणे की तर्ज पर लखनऊ में विकसित होगा वायरोलॉजी सेंटर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुणे की तर्ज पर लखनऊ में वायरोलॉजी सेंटर शुरू करने की घोषणा की है। वहीं योगी सरकार ने चिकित्सा की सबसे प्राचीन विधा आयुर्वेद को नई पहचान दिलाने के लिए सरकार ने गोरखपुर में आयुर्वेद के सरकारी अस्पताल में गम्भीर रोग से पीड़ित मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए टेलीमेडिसिन की सुविधा को शुरू किया जा चुका है। अब जल्द ही टेलीमेडिसिन की सुविधा का विस्तार प्रदेश के दूसरे जिलों में भी किया जाएगा।
बजट से यूपी को हेल्थ सेक्टर में होगा फायदा
24 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य बजट में 135 प्रतिशत की वृद्धि का सबसे अधिक लाभ मिलेगा। 15 स्वास्थ्य आपातकालीन ऑपरेशन केन्द्रों की स्थापना की जाएगी जिसमें से 03 केन्द्र यूपी में स्थापित किए जाने हैं। इसके साथ ही 35 हजार करोड़ रुपए के प्रावधान का भी सर्वाधिक जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश को मिलेगा।
यूपी के ग्रामीण स्वास्थ्य उपकेन्द्रों को किया जा रहा अपग्रेड
इस बजट से हेल्थ सेक्टर में 602 ब्लॉक में क्रिटिकल केयर अस्पताल, 75 हजार ग्रामीण हेल्थ सेंटर, हर जिले में इंट्रीग्रेटड लैब का इंतजाम, पीएम आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना व मिशन पोषण 2.0 समेत अन्य घोषणा से सर्वाधिक लाभ यूपी को होगा। अब प्रदेशवासियों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं में और भी इजाफा होगा। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देशन में जहां प्रदेश के ग्रामीण स्वास्थ्य उपकेन्द्रों को अपग्रेड करते हुए सात करोड़ की लागत से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तैयार किए जा रहें हैं वहीं मिशन पोषण के तहत भी लोगों को राहत मिल रही है।
हेल्थ सेक्टर के लिए अभी तक का सबसे स्वर्णिम बजट
बजट को लेकर चिकित्सकों में भी काफी खुशी है। उनका कहना है कि सरकार ने दिल खोलकर चिकित्सा क्षेत्र में बजट का आवंटन किया है। इसे अगर अब तक का सबसे स्वर्णिम बजट कहा जाये तो गलत नहीं होगा। महानिदेशक डीजी परिवार कल्याण डॉ राकेश दुबे ने बताया कि चिकित्सा ढांचे को मजबूत करने वाला बजट है। सरकार के इस हेल्थ बजट का लाभ लोगों को लंबे समय तक मिलेगा। वैक्सीन निर्माण, हर जिले में इंटीग्रेटेड लैब, जिलों में क्रिटिकल केयर अस्पताल खोलने का फैसला उम्दा है। इस बजट से स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हो सकेंगी।
लखनऊ के केजीएमयू के पल्मोनरी क्रिटिकल केयर यूनिट के हेड डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि बजट में हेल्थ सेक्टर के लिए की गई घोषणा से यूपी के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा होगा। इस बार हेल्थ के बजट को कई गुना बढ़ाया गया है। जिससे अब प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी इजाफा होगा। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जिस तरह यूपी ने सफलता हासिल की है जो दूसरे राज्यों के लिए नजीर बना है। ऐसे में ब्लॉक लेवल पर क्रिटिकल केयर अस्पताल की घोषणा से निश्चित तौर पर यूपी को भी फायदा मिलेगा।