चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने किया स्टूडेंट नेशनल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर दंत रोग विशेषज्ञ के पद सृजित किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने मुंह के कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता जतायी।
जय प्रताप सिंह ने ये विचार किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं इंडियन डेंटल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आज यहां केजीएमयू के ब्राउन हॉल में तीन दिवसीय स्टूडेंट नेशनल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर दंत रोग विशेषज्ञ के और अधिक पद सृजित करने की आवश्यकता है एवं उत्तर भारत के अधिकांश लोग मुंह के कैंसर से ग्रसित हैं, जिसके बारे में लोगों को जागरूक किए जाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मरीज की ओरल हेल्थ में सुधार को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
शारीरिक रूप से सुदृढ़ रहना जरूरी : प्रो भट्ट
कार्यक्रम में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट ने कहा कि देश की सम्पूर्ण जनसंख्या का शारीरिक तौर पर स्वस्थ एवं सुदृढ़ रहना आवश्यक है, जिसमें कि ओरल हेल्थ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
देश–विदेश के वक्ता देंगे अपनी प्रस्तुति : प्रो अनिल चन्द्रा
इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजन सचिव एव केजीएमयू कंजरवेटिव डेंटेस्ट्री एवं इंडोडोंटिक्स विभाग के प्रो अनिल चंद्रा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि देश एवं विदेश से प्रतिभाग करने आए बीस से अधिक वक्ता अपने वक्तव्य अगले तीन दिन में प्रस्तुत करेंगे जिनमें इंडोनेशिया, इजिप्ट, टोक्यो एवं इटली के आए वक्ता प्रमुख रूप से सम्मेलन में प्रतिभाग करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में कि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, दिल्ली एवं पंजाब के 400 से अधिक विद्यार्थी एवं प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे।
अच्छा इंसान बनेंगे तो अच्छे डॉक्टर भी बन जायेंगे : प्रो टिक्कू
इस मौके पर छात्र-छात्राओें को सम्बोधित करते हुए कंजरवेटिव डेंटेस्ट्री एवं एंडोडोंटिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो एपी टिक्कू ने अच्छे इंसान बनने का आह्वान किया, उन्होंने कहा कि जब आप अच्छे इंसान बनेंगे तो अच्छे डॉक्टर अपने आप बन जायेंगे, उन्होंने कहा कि आप मरीजों का विश्वास हासिल करें। उन्होंने कहा कि तीन महत्वपूर्ण तथ्य हैं, सूचना, ज्ञान और बुद्धिमता। सूचना हमें गूगल भी देता है लेकिन ज्ञान अध्यापक देता है और बुद्धिमता समय के साथ हासिल होती है। उन्होंने कहा कि मुझे यहां पढ़ाते हुए 41 साल हो गये, फिर चुटकी लेते हुए कहा कि मेरी फैकल्टी मुझसे परेशान रहती है कि मैं अभी रिटायर नहीं हुआ, लेकिन आपको बता दूं कि अभी 5 साल रिटायरमेंट में बाकी हैं।
इस अवसर पर इंडियन डेंटल एसोसिएशन, यू0पी0 के सचिव डॉ सचिन प्रकाश द्वारा डेंटल सर्जन्स की मांग करते हुए डेंटल सर्जन्स के पदों की भी मांग की गई। इसके अतिरिक्त डॉ मुरारी शर्मा द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य स्तर को सुदृढ़ किए जाने के लिए मंत्री से डेंटल वैन प्रदान किए जाने की मांग की। इस अवसर पर डॉ एसके कटारिया एवं डॉ जनक राज सब्बरवाल द्वारा भी प्रतिनिधियों को संबोधित किया गया।
कार्यक्रम के प्रथम दिन के समापन के अवसर पर इंडियन डेंटल एसोसिएशन, लखनऊ के सचिव डॉ रमेश भारती द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया गया। कार्यक्रम में अधिष्ठाता दंत संकाय, डॉ शादाब मोहम्मद मुख्य रूप से उपस्थित रहे।