-वेतन विसंगति दूर करने की मुख्यमंत्री से मांग की राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उ प्र ने मुख्यमंत्री से मेडिकल लैब टेक्नीशियन के महत्वपूर्ण योगदान को सम्मान देने के लिए संवर्ग में व्याप्त वेतन विसंगति के निराकरण की मांग की है, जिससे इनका मनोबल बढ़े और प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान पूर्ण मनोयोग से कर सकें, इसमे कोई वित्तीय भर भी नहीं पड़ना है।
परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत व महामंत्री अतुल मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सप्तम वेतन आयोग की संस्तुति पर केंद्र सरकार द्वारा लैब टेक्नीशियन का वेतनमान 2800 ग्रेड पे से उच्चीकृत करते हुए 4200 ग्रेड पे प्रदान किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित सप्तम वेतन समिति के समक्ष विभाग व संघ द्वारा केंद्र की भांति पद से पद की समानता प्रदान करने के लिएउ अपना पक्ष प्रस्तुत किया था जिस पर वेतन समिति के अध्यक्ष द्वारा उसको स्वीकार करते हुए अपनी संस्तुति मुख्यमंत्री के समक्ष दो वर्ष पूर्व प्रेषित कर दी थी।
नेताद्वय ने बताया कि तत्कालीन मुख्य सचिव के साथ 9 अक्टूबर 2018 को परिषद की सम्पन्न हुई बैठक में तीन माह के अंदर मंत्रिपरिषद के समक्ष प्रस्तुत कर शासनादेश जारी करने पर सहमति भी बनी थी।
अतुल मिश्रा ने बताया कि आज जब देश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से दो-दो हाथ कर रहा है तब लैब टेक्नीशियन अग्रिम पंक्ति में अपनी जान की परवाह किए बगैर जनता की सेवा में लगे हैं। छोटी से लेकर कोरोना जैसी बेहद संक्रमण बीमारी तक जब चिकित्सक यह बताते हैं कि टेस्ट कराना होगा तब मरीज की चिकित्सकीय प्रक्रिया में लैब टेक्नीशियन का प्रवेश होता है और सैम्पलिंग से लेकर जांच संपादित करने की जिम्मेदारी लैब टेक्नीशियन की होती है। यह ऐसा तकनीकी विशेषज्ञ होता है जिसे किसी भी बीमारी की जांच के लिए सैंपल लेने का तरीका, सैंपल हैंडल करने का पूरा प्रोसेस जैसे कि सैंपल को किस बॉयल में कलेक्ट करना है, किस तापमान में रखना है आदि की जानकारी होती है, इसके साथ ही साथ सैंपल लेते समय किसी आपात स्थिति से निपटने में भी प्रशिक्षित होता है।
मेडिकल लैबोरेट्री टेक्निशियन बॉडी फ्लूड, टिश्यू, माइक्रोऑर्गेनिज्म, विषाणु, जीवाणु, कवक, परजीवी, बॉयोलोजिकल टेस्ट आदि स्क्रीनिंग केमिकल एनालिसिस ह्यूमन बॉडी का सेल काउंट टेस्ट करते हैं और उसका विश्लेषण करते हैं। ये सैंपलिंग, टेस्टिंग, रिपोर्टिंग और डॉक्यूमेंटेशन करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। सैंपल से जांच को पूरे परफेक्शन के साथ संपादित करके जांच रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी भी लैब टेक्नीशियन संपन्न करता है। इस पूरे प्रोसेस में लैब टेक्नीशियन संभावित खतरों के बीच अपने काम को बड़ी जिम्मेदारी से पूरा करता है क्योंकि उसे पता होता है कि उसके द्वारा दिए गए जांच परिणाम ही मरीज के आगे के इलाज का आधार बनेंगे।