ट्रॉमा सेंटर में हुई आपसी लड़ाई की घटना पर केजीएमयू प्रशासन का फैसला
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित ट्रॉमा सेंटर में शनिवार को रेजीडेंट्स डॉक्टरों के दो गुटों के बीच हुई लड़ाई में केजीएमयू प्रशासन ने काररवाई करते हुए छह रेजीडेंट्स डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है, इनमें दोनों गुटों के तीन-तीन डॉक्टर शामिल हैं, इनका निलंबन जांच पूरी होने तक किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार जिन रेजीडेंट्स डॉक्टरों को निलंबित किया गया है उनमें ऑर्थोपैडिक विभाग के डॉ राहुल शुक्ला, डॉ शुभम, डॉ अनुश्रव राव तथा मेडिसिन विभाग के डॉ मयंक, डॉ प्रद्युम्न मॉल तथा डॉ कृष्ण पाल सिंह परमार शामिल हैं।


आपको बता दें शनिवार को ऑर्थोपैडिक विभाग के कुछ रेजीडेंट्स ने बाहर आयोजित किसी पार्टी में शराब पी थी, इसके बाद दो रेजीडेंट्स डॉ रजनीश व डॉ प्रांजल अधिक शराब पीने के कारण बेहोश हो गये थे, इसके बाद बेहोश दोनों डॉक्टरों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर स्थित एमईटीसी (मेडिसिन) वार्ड में भर्ती कराया गया। इसके बाद उपचार के दौरान किसी बात को लेकर भर्ती कराने आये ऑर्थोपैडिक विभाग के रेजीडेंट्स डॉक्टर डॉ सुभम सिंह, डॉ राजीव शुक्ला, डॉ धीरेन्द्र वर्मा, डॉ आदर्श सेंगर, डॉ अनुश्रव रायराय एवं डॉ रोहित, जो खुद भी शराब पिये हुए थे, ने किसी बात को लेकर उपचार कर रहे डॉक्टरों से गाली-गलौज, मारपीट, अपशब्दों का प्रयोग किया गया था।
इसके बाद मेडिसिन विभाग के रेजीडेंट्स डॉक्टरों ने अपने साथियों को बुला लिया तथा ग्रुप बनाकर ऑर्थोपैडिक विभाग के रेजीडेंट्स को मारने के लिए ऑर्थोपैडिक वार्ड में पहुंचे, लेकिन इस बीच मेडिसिन विभाग की ओर से सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस के कारण डॉक्टरों की पिटाई करने में सफल नहीं हो सके, लेकिन इन डॉक्टरों ने जमकर तांडव करते हुए ऑर्थोपैडिक विभाग में जबरदस्त तोड़फोड़ की थी, जिससे वहां का कम्प्यूटर टूट गया था और नर्सिंग स्टेशन सहित सारा सामान अस्तव्यस्त हो गया था।
