होली में घोषणा, नवरात्रि में भूमि पूजन और दीपावली पर हो गया निर्माण शुरू
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिये… इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की लखनऊ शाखा का अपने ब्लड बैंक का सपना साकार होने की राह पर तेजी से बढ़ रहा है, उम्मीद है कि नये साल के पहले माह यानी जनवरी तक यह ब्लड बैंक शुरू हो जायेगा। हालांकि अभी इसके लिए 17 लाख रुपये सहायता मिली है और करीब 50 लाख रुपये और चाहिये, लेकिन जिम्मेदारों को भरोसा है कि धन जुटाने का कार्य भी समय से पूरा हो जायेगा। आईएमए की एक टीम ने आज ब्लड बैंक स्थल पर पहुंचकर कार्य की प्रगति का जायजा भी लिया।
आपको बता दें कि बीती होली के मौके पर ब्लड बैंक बनाने का संकल्प लेकर उतरे आर्इएमए के सदस्यों की मेहनत का ही परिणाम है कि रिवर बैंक स्थित आईएमए भवन के एक हिस्से में ब्लड बैंक बनाने के लिए बीती शारदीय नवरात्रि में भूमि पूजन किया गया और दीपावली आते-आते धनतेरस से इसका निर्माण भी शुरू हो गया। आईएमए लखनऊ के अध्यक्ष डॉ जीपी सिंह के नेतृत्व में बनने वाले इस ब्लड बैंक की कोर कमेटी में डॉ रुखसाना खान, डॉ रमा श्रीवास्तव, डॉ आरबी सिंह, डॉ जेडी रावत, डॉ विनीता मित्तल, डॉ मनीष टंडन तथा डॉ जावेद अहमद शामिल हैं।
अध्यक्ष डॉ जीपी सिंह बताते हैं कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि नये साल 2020 के प्रथम माह जनवरी में ब्लड बैंक कार्य करना शुरू कर देगा। उन्होंने बताया कि मुझे पूरी उम्मीद है कि सक्षम लोग इस पुनीत कार्य के लिए आगे आयेंगे और सहायता देंगे। ब्लड बैंक के निर्माण के आर्किटेक्ट अरविन्द ने ‘सेहत टाइम्स’ को बताया कि दो माह में ब्लड बैंक बनकर तैयार हो जायेगा। इसके बाद मुख्य कार्य होगा ब्लड बैंक में मशीनों के इंस्टाल होने का।
आईएमए लखनऊ के पूर्व अध्यक्ष डॉ पीके गुप्ता ने होली मिलन के दौरान जब ब्लड बैंक बनाने की घोषणा की गयी थी, तब कहा था कि हम सबको ब्लड बैंक निर्माण के लिए कमर कसनी होगी और हम लोग आज से पॉजिटिव मोड में रहेंगे। इस बारे में जब उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल मैंने कहा था, यह बात मैंने डॉ जीपी सिंह, आईएमए कार्यकारिणी सदस्य व वर्तमान में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ जावेद अहमद, सचिव डॉ जेडी रावत, डॉ प्रांजल अग्रवाल, डॉ रमा श्रीवास्तव आदि से बात करके और उनका पूर्ण समर्थन पाकर ही कही थी।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैंने जो कहा था वह आईएमए के पदाधिकारियों ने कर के दिखाया है, इसी का परिणाम है कि ब्लड बैंक निर्माण में तेजी से प्रगति दिख रही है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की ओर से मैं सभी लोगों से अपील करना चाहता हूं कि इस पुनीत कार्य में जो भी योगदान हो लोग करें इसके लिए लोग ब्लड बैंक के एकाउन्ट में सीधे भी धनराशि दे सकते हैं।
प्रेसीडेंट इलेक्ट डॉ रमा श्रीवास्तव ने इस बारे में कहा कि ब्लड बैंक जल्द ही खुलेगा, इसे मेरा समर्थन पहले भी था, आज भी है और कल भी रहेगा। उन्होंने कहा कि अब भी कई बार ऐसी स्थिति हो जाती है कि लोगों को ब्लड देने के बावजूद मरीज के लिए ब्लड नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि कई शहरों में आईएमए का ब्लड बैंक चल रहा है। कोर कमेटी के सदस्य डॉ मनीष टंडन से जब बात की तो उनका कहना था कि हम सभी का यह प्रयास है कि जनता को जल्द से जल्द एक गुणवत्तापूर्ण ब्लड बैंक दे सकें, इसके लिए सभी तरह के प्रयास किये जा रहे हैं।
ब्लड बैंक की प्रगति का जायजा लेने सोमवार को पहुंची आईएमए की टीम में डॉ जीपी सिंह, डॉ पीके गुप्ता, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मधु गुप्ता, डॉ जेडी रावत, डॉ अलीम सिद्दीकी, डॉ सुमित सेठ, डॉ वारिजा सेठ, डॉ मनीष टंडन, डॉ अजय कुमार, डॉ प्रांजल अग्रवाल शामिल रहे।