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अगर जागरूकता हो तो क्‍यों आये किडनी ट्रांसप्‍लांट की नौबत

अजंता अस्‍पताल में फोर्टिस एस्‍कॉर्टस हॉस्पिटल की सुपर स्पेशियलिटी किडनी सेवा शुरू

                                                                       डॉ. संजीव गुलाटी

लखनऊ। किडनी की बीमारी से ग्रस्‍त मरीजों को फोर्टिस हॉस्पिटल ने लखनऊ में ही बेहतर इलाज मुहैया कराना शुरू कर दिया है। आलमबाग स्थित अजंता अस्‍पताल में फोर्टिस एस्‍कॉर्टस हॉस्पिटल के विशेषज्ञों द्वारा सुपर स्पेशियलिटी किडनी सेवा के तहत हर माह के तीसरे बुधवार को सवेरे 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी की सुविधा शुरू की गयी है। अस्‍पताल का मानना है कि इस सुविधा के होने से लखनऊ और आसपास के इलाकों के मरीजों को यहीं फोर्टिस एस्‍कॉर्टस अस्पताल के विशेषज्ञों का लाभ मिलता रहेगा।

 

फोर्टिस एस्कॉट्र्स किडनी एंड यूरोलॉजी इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली के डायरेक्टर, नेफ्रोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट  व पूर्व एडिशनल प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ नेफ्रोलॉजी, एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ डॉ. संजीव गुलाटी ने कहा कि इस ओपीडी सेवा के माध्यम से हम मरीजों तथा उनके परिवार वालों को किडनी की समस्याओं से कैसे बचें, उस बारे में बताएंगे। कई बार ऐसा देखा गया कि कई उम्रदराज मरीज अपनी बीमारी के दौरान गुर्दे बेकार होने की वजह से डायलिसिस के लिए आते हैं। मरीजों और उनकी देखभाल करने वाले लोग समय रहते विशेषज्ञों की सलाह मिलने से अपने आपको बचा सकते हैं। सावधानी बरत कर किडनी ट्रांसप्लांट से भी बच सकते हैं। ज्ञात हो डॉ. गुलाटी गुर्दा रोगों के क्षेत्र में अग्रणी विषेशज्ञ हैं।

 

डॉ. गुलाटी का कहना है कि हर साल 2 लाख से अधिक मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट कराने का इंतजार रहता है, जबकि डोनर सिर्फ 15000 ही होते हैं। यह इस बारे में जागरुकता के अभाव और लाइव डोनर ट्रांसप्लांट के लिए परिजनों के स्तर पर संकोच का परिणाम है। भारत में मधुमेह के रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि के चलते क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) मरीजों की संख्या भी बढ़ती है। जागरूकता के अभाव में मरीज एंड स्टेज डायलिसिस में ही मदद के लिए आते हैं, जबकि ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट ही एकमात्र विकल्प बचता है। ऐसे में जरूरी है कि किडनी रोगों से बचाने के बारे में जागरूक किया जाये।

 

फोर्टिस एस्कॉट्र्स के जोनल डायरेक्टर डॉ. कौसर अली शाह ने कहा कि इस प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराकर हम किडनी समस्याओं का जल्द से जल्द पता लगाने के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करना चाहते हैं। किडनी रोग दिन ब दिन बढ़ रहे हैं और इस पहल के जरिए हम समाज को किडनी समस्याओं से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने के बारे में जानकारी देना चाहते हैं।