-आगरा में 23 से 25 फरवरी तक आयोजित हुआ तीन दिवसीय 36वां त्रैवार्षिक अधिवेशन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। विश्व के सबसे बड़े श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश का 36वें त्रैवार्षिक अधिवेशन का उद्घाटन 23 फरवरी को पनवारी स्थित श्री राम आदर्श महाविद्यालय में दीप प्रज्ज्वलन कर विधिवत शुरुआत की गई। अधिवेशन में संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के कार्यरत श्रमिकों के उत्थान के लिए किये जाने वाले कार्यों पर चर्चा की गई। तीन दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन पुरानी कार्यकारिणी को भंग करते हुए नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। नई कार्यकारिणी में प्रदेश अध्यक्ष विशेश्वर राय, महामंत्री अनिल उपाध्याय बनाए गए। अनिल उपाध्याय दोबारा प्रदेश महामंत्री चुने गए हैं।
यह जानकारी देते हुए भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश के मंत्री विपिन बिहारी पाठक ने बताया कि सर्वप्रथम अखिल भारतीय महामंत्री रविंद्र हिमते द्वारा संगठन के मुट्ठी वाली चक्र वाला भगवा धव्ज फहराकर किया गया। तत्पश्चात स्वागताध्यक्ष उम्मेद सिंह द्वारा मुख्य अतिथि को माला व शॉल पहनाकर एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश के विभिन्न पदाधिकारी के द्वारा मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया।
मंच का संचालन प्रदेश के महामंत्री अनिल उपाध्याय एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष विशेश्वर राय ने की। भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम विशेष अतिथि एवं प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक एवं विवेकानंद फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गपाल सिंह चौहान ने अपने संबोधन में दत्तोपंत ठेंगरी के त्याग, तपस्या और बलिदान की अवधारणा को जीवन में चरितार्थ कर राष्ट्रहित में कार्य करने वाले संगठन भारतीय मजदूर संघ की प्रशंसा की। अधिवेशन में प्रदेश के लगभग 70 जिलों के 2000 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिसमें एनएचएम ,रेलवे, डाक, रोडवेज, आशा, आंगनबाड़ी, ममता, जल-कल, बैंक, बीएसएनल, प्रतिरक्षा, कोयला, बीड़ी, कंस्ट्रक्शन, कागज, जूट, वस्त्र, स्वास्थ्य, आदि विभिन्न कार्य क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल रहे।
भारतीय मजदूर संघ के त्रैवार्षिक अधिवेशन में संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के कार्यरत श्रमिकों के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया गया कि श्रमिकों के लिए जो श्रमिक कानून बनाए जा रहे हैं उसमें कई संशोधनों की आवश्यकता है। असंगठित क्षेत्र में ठेकेदारों द्वारा काम पर लगाए गए श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है एवं उनका ठेकेदारों द्वारा शोषण किया जा रहा है। संगठित क्षेत्र के कर्मचारी के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली एवं उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण पर धरना प्रदर्शन द्वारा विरोध प्रदर्शन पर एकमत राय बनाई गई। कहा गया कि ठेका मजदूरों का ईपीएफओ में पंजीकरण नहीं करवाया जा रहा है। संविदा कर्मचारी को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जा रही है। आशा, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका का मानदेय बढ़ाया जाना चाहिए। इसके अलावा अनेक असंगठित क्षेत्र के विभिन्न प्रतिनिधियों ने अपने-अपने कार्य क्षेत्र की मांग रखी।
अधिवेशन में आए हुए अतिथियों की सुविधा के लिए आगरा फोर्ट एवं कैंट स्टेशन पर उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के कार्यकर्ताओं ने स्वागत बूथ लगाकर प्रतिनिधियों का स्वागत किया एवं कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए रोडवेज की बसों का प्रबंध करवाया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ब्रज प्रांत के प्रांत प्रचारक हरीश जी, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एमपी सिंह, राष्ट्रीय मंत्री अशोक शुक्ला, प्रदेश संगठन मंत्री राम निवास, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय उपस्थित रहे।