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रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने के लिए अपनायें 40-40-40 का फॉर्मूला

-कोरोना ही नहीं किसी भी रोग से लड़ने में काम आयेगी इम्‍युनिटी

-केजीएमयू के डॉ विनोद जैन ने ऑनलाइन दी विस्‍तार से जानकारी

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्‍युनिटी) बढ़ाने के लिए जरूरी चीजों में से एक विटामिन डी हमें प्रकृति नि:शुल्‍क देती है बशर्ते हम उसे लेने का जज्‍बा दिखायें। इसके लिए प्रात: 6 से 8 बजे के बीच साल में 40 दिन, 40 मिनट, 40 प्रतिशत शरीर खुला रखकर धूप सेंकनी चाहिये।

यह सलाह किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज के अधिष्ठाता डा0 विनोद जैन द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उसके प्रसार की रोकथाम के लिए आमजन को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करने के लिए यूट्यूब में सजीव प्रसारण के माध्यम से बूस्टिंग योर इम्यूनिटी कार्यक्रम में दी। लगभग 40 मिनट तक चले इस सजीव प्रसारण को लगभग एक हजार लोगों ने देखा।

डॉ विनोद जैन ने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए विटामिन-सी एवं डी को भी शरीर के लिए आवश्यक बताते हुए कहा कि विटामिन-सी के लिए नींबू, मुसम्मी, आंवला आदि का सेवन करना चाहिए तथा विटामिन-डी के लिए धूप का सेवन करना चाहिए। इसके लिए उन्होंने रूल्स ऑफ फोर्टी के बारे में बताया कि एक साल में 40 दिन, प्रतिदिन 40 मिनट और शरीर का 40 प्रतिशत हिस्सा खुला रख कर धूप का सेवन करना चाहिए। इसके लिए सिर में कोई पगड़ी या टोपी नहीं पहनी चाहिए, दोनों बाजू खुले होने चाहिए तथा घुटने तक कोई कपड़ा नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रातः 6 से 8 बजे का समय सबसे उत्तम समय होता है तथा धूप के सेवन के लिए तथा दोपहर में धूप सेंकने से सनबर्न होने का खतरा रहता है इसलिए दोपहर को धूप सेंकने से बचना चाहिए।

डॉ विनोद जैन ने कहा कि यह कोरोना काल एक दिन समाप्त हो जाएगा परन्तु आमजन में रोगों से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता सदैव अधिक होनी चाहिए। यह आपको वर्तमान समय ही नहीं बल्कि भविष्य में अन्य रोगों से लड़ने सहायक होगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि विश्व में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्याएक करोड़ पचास लाख के ऊपर पहुंच चुकी है और भारत में भी 13 लाख के आसपास लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।

डॉ विनोद जैन ने बताया कि कोरोना संक्रमण के लिए वर्तमान समय में कोई दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना ही इससे बचने का एकमात्र उपाय है। इसके साथ ही उन्होंने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि प्रतिदिन 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें नियमित व्यायाम करें प्रतिदिन 10 हजार कदम पैदल चलें, डांस करें, पौष्टिक भोजन सेवन करने की आदत बनाएं, विटामिन सी एवं डी का सेवन प्रचुर मात्रा में करें, पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें तथा सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखें।

इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए डॉ विनोद जैन ने सोने के सही समय की जानकारी देते हुए कहा कि सोने का सही समय रात्रि को दस बजे का है और हद से हद रात्रि 11 बजे तक हर हाल में सो जाना चाहिए इससे अधिक देर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सोने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और बीमारियों को दूर करने में सहायक होता है। बीमार व्यक्ति को कम सोने से और अधिक बीमार होने की आशंका बनी रहती है।

डॉ विनोद जैन ने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए व्यायाम, साइकिलिंग, दौड़ तथा 10 हजार कदम प्रतिदिन चलना इत्यादि को आवश्यक बताया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यदि घर में रहकर ही व्यायाम आदि कर रहे हैं तो जिस कमरे में व्यायाम कर रहे हैं उस कमरे की खिड़कियां एवं दरवाजे खुले होने चाहिए तथा वह कमरा हवादार होना चाहिए। उन्होंने बताया कि व्यायाम के माध्यम से शरीर में मौजूद गंदगी बाहर निकलती है और शरीर स्वस्थ रहता है।

इस अवसर पर डॉ विनोद जैन ने हैल्दी फूड एंड फूड हैबिट्स के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रातः सूर्योदय से दो घण्टे के अन्दर पौष्टिक एवं अच्छी मात्रा में नाश्ता तथा सूर्यास्त के दो घण्टे के अन्दर रात्रि का भोजन कर लेना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने संतुलित एवं पौष्टिक भोजन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भोजन में सभी रंग की मौसमी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। आटे में सभी अनाजों का मिश्रण करें जैसे गेंहू, मक्का, जौ इत्यादि। दाल बनाते समय सभी दालों को मिलाकर बनाना चाहिए अथवा प्रतिदिन अलग-अलग दाल बनानी चाहिए। इसी प्रकार से उन्होंने सभी रंगों के मौसमी फलों के सेवन को आवश्यक बताया।

उन्होंने बताया कि इस प्रकार के खाद्य पदार्थों के सेवन से सभी प्रकार के पोषण तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। डॉ विनोद जैन ने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए विटामिन-सी एवं डी को भी शरीर के लिए आवश्यक बताते हुए कहा कि विटामिन-सी के लिए नींबू, मुसम्मी, आंवला आदि का सेवन करना चाहिए तथा विटामिन-डी के लिए धूप का सेवन करना चाहिए। इसके लिए उन्होंने रूल्स ऑफ फोर्टी के बारे में बताया कि एक साल में 40 दिन, प्रतिदिन 40 मिनट और शरीर का 40 प्रतिशत हिस्सा खुला रख कर धूप का सेवन करना चाहिए। इसके लिए सिर में कोई पगड़ी या टोपी नहीं पहनी चाहिए, दोनों बाजू खुले होने चाहिए तथा घुटने तक कोई कपड़ा नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रातः 6 से 8 बजे का समय सबसे उत्तम समय होता है तथा धूप के सेवन के लिए तथा दोपहर में धूप सेंकने से सनबर्न होने का खतरा रहता है इसलिए दोपहर को धूप सेंकने से बचना चाहिए।

डॉ विनोद जैन ने बताया कि नियमित प्रचुर मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। यह शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर करने का कार्य करता है तथा शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए मनपसंद कार्य करने का अनुरोध भी किया। उन्होंने बताया कि इसके लिए म्यूजिक, डांस, पेंटिंग, खेलकूद आदि से मस्तिष्क को आराम मिलता है और इसके स्ट्रेस से भी छुटकारा मिलता है।

डॉ विनोद जैन ने भारत सरकार, आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव देते दिए गए दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दिन में तीन से चार बार गुनगुने पानी का सेवन करें, योग प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास करें, भोजन में हल्दी, जीरा, अदरक, धनिया एवं लहसुन का प्रयोग करें, दिन में दो बार च्यवनप्राश का सेवन करें तथा हर्बल चाय/काढ़ा-इसे बनाने में तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी और मुनक्का का उपयोग करें, गर्म दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करें तथा सूखी खांसी में लौंग का सेवन करें।

डॉ जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम के संचालन में के0जी0एम0यू0 पैरामेडिकल साइंसेस के राघवेन्द्र शर्मा एवं शालिनी गुप्ता का विशेष सहयोग रहा।