-पचास हजार मरीजों को देखने के लिए मिला ई-संजीवनी ध्वजवाहक पुरस्कार
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की टेलीमेडिसिन टीम को ई-संजीवनी ध्वजवाहक पुरस्कार मिलने पर कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉक्टर बिपिन पुरी ने टीम को इस उपलब्धि हासिल करने और उनके योगदान के लिए बधाई दी है। टीम की डॉ सानिया रऊफ को कोविड काल में टेलीमेडिसिन के जरिये भारत में सबसे ज्यादा मरीज को परामर्श देने के लिए इस पुरस्कार से नवाजा गया है।
यह जानकारी केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में दी है। ज्ञात हो सी डैक मोहाली के 33वें स्थापना दिवस पर केजीएमयू के टेलीमेडिसिन विभाग की चिकित्सा अधिकारी डॉ सानिया रऊफ को इस पुरस्कार से नवाजा गया। डॉ सानिया ने ई-संजीवनी ओपीडी पेशेंट टू डॉक्टर प्लेटफार्म पर सबसे अधिक परामर्श के लिए प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किया। डॉ सानिया ने 50,000 रोगियों को परामर्श प्रदान किया है जो कि कोविड महामारी के दौरान भारत में सबसे अधिक है।
डॉ रऊफ को यह पुरस्कार नीति आयोग के सदस्य और जेएनयू के चांसलर डॉ वीके सारस्वत और सीबीएसई सीडीएसए सीडी एसी मोहाली के निदेशक पीके खोसला द्वारा प्रदान किया गया।
प्रवक्ता के अनुसार टेलीमेडिसिन यूनिट ने इस कोविड-19 महामारी के दौरान सभी बीमारियों के लिए चिकित्सा परामर्श प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टेलीमेडिसिन की प्रभारी नोडल अधिकारी डॉ शीतल वर्मा के अनुसार चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन लगभग 1500 रोगियों को परामर्श प्रदान कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि पिछले 1 वर्ष से अब तक कुल लगभग डेढ़ लाख लोगों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से परामर्श प्रदान किया जा चुका है।