जिन शिक्षकों के रजिस्टर का कार्य अधूरे हो उनके लिए है 1 जुलाई से पहले जाकर रजिस्टर पूरा करने का मौका
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री ने की स्थिति साफ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री व प्रवक्ता डॉ महेन्द्र नाथ राय ने कहा है कि शिक्षकों के मन मे तमाम तरह की भ्रांति उत्पन्न हो रही है या की जा रही है कि शिक्षकों को देय अवकाश की अवधि को घटाया जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं है। 25 जून से विद्यालय खोलने को लेकर यह स्थिति पैदा हुई है, इस सम्बन्ध में पता यह चला है कि जिन शिक्षकों का रजिस्टर अधूरा है, 1 जुलाई से पूर्व जाकर अपना अधूरा कार्य पूरा कर सकते हैं। शेष शिक्षकों के अवकाश में कोई कटौती नहीं की गयी है।
यहां जारी विज्ञप्ति में डॉ राय ने कहा है कि अवकाश अवधि घटाने का आदेश न तो कोई सरकार की ओर से हुआ है और न ही अधिकारियों की ओर से, उन्होंने कहा कि शिक्षक अवकाश 30 जून तक है इसमें किसी प्रकार का कोई भ्रम नही होना चाहिए। उन्होंने बताया कि उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक, लखनऊ सहित कई अधिकारियों से संपर्क किया, सभी का यही कहना है कि अवकाश में कटौती नहीं, शिक्षक पूरी तैयारी के साथ 1 जुलाई को पहुंचे, उन्होंने यह जरूर कहा कि यदि किसी शिक्षक का रजिस्टर आदि अधूरा है तो 1 जुलाई से पूर्व विद्यालय जाकर जरूर पूरा कर लें।
डॉ राय ने कहा कि अधिकारियों को यह भी बताया गया है कि ग्रीष्मावकाश उपभोग के लिए ज्यादातर शिक्षक/शिक्षिकाएं इस अवधि में मुख्यालय छोड़ने की अनुमति के साथ बाहर हैं और उन्होंने अवकाश के अनुरूप अपने जरूरी कार्यक्रम भी तय किये हैं।
उन्होंने कहा कि अवकाश के भी नियम हैं राजकीय कर्मचारियों को 31 दिन की अर्नलीव 12 द्वितीय शनिवार कुल 43 अवकाश के साथ अन्य अवकाश भी मिलते हैं। शिक्षकों को 40 दिन का ग्रीष्मावकाश और 1 दिन की अर्नलीव मिलती है इस प्रकार शिक्षकों को कुल 41 दिन का अवकाश के साथ ही अन्य अवकाश भी मिलते हैं। यदि शिक्षकों से ग्रीष्मावकाश में कोई कार्य लिया जाता है या रोका जाता है तो उनको भी उक्त अवधि की अर्नलीव मिलती है जिसके शासनादेश हैं। माध्यमिक शिक्षकों को 21 मई से 30 जून तक ग्रीष्म अवकाश मिलता है, और कोई अर्नलीव इसके बदले नही मिलती। जिन कर्मचारियों को ग्रीष्म अवकाश नही मिलता उन्हें अर्नलीव दी जाती है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा शिक्षकों के अवकाश काटने की नहीं बल्कि 25 जून से विद्यालय खोलकर 1जुलाई से शिक्षण कार्य प्रारम्भ होने से पूर्व प्रधानाचार्य के निर्देशन में मिनिस्टीरियल स्टाफ विद्यालयों की साफ सफाई, ढांचागत व्यवस्था दुरुस्त करा कर शिक्षण युक्त अनुकूल माहौल बनाकर छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षण के लिए प्रेरित एवं आकर्षित करने से है। इस मंशा का उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ स्वागत करता है।