केजीएमयू में संविधान दिवस पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन
लखनऊ। आज 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में विभिन्न विभागों द्वारा अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दंत संकाय विभाग द्वारा अधिष्ठाता प्रो0 अनिल चन्द्रा के नेतृत्व में संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्रसिद्ध जॉर्जियन डॉ सुधीर कपूर ने विद्यार्थियों के लिए एंटी रैगिंग उपायों पर चर्चा की। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा रंगोली, कोलाज और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रतियोगिता की थीम ‘भारत का संविधान’ थी।
इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट ने विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों की समीक्षा की तथा विद्यार्थियों को उनके मौलिक कर्तव्यों को जानने के महत्व पर परामर्श दिया और एक खुशहाल जीवन जीने के लिए निरंतर सीखने और विनम्रता के महत्व के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध जॉर्जियन प्रो0 शोभा टंडन एवं प्रो0 सुधीर कपूर द्वारा प्रतियोगिताओं के विजेताओं का चयन किया। प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों ने यह सिद्ध किया कि अत्याधुनिक वैज्ञानिक कौशल के अलावा उनकी कलात्मक प्रतिभा भी असाधारण थी।
रंगोली प्रतियोगिता में ज्योत्सना, अनिशा, ब्यूटी, जितेंद्र और मोहम्मद अफाक की टीम ने प्रथम पुरस्कार जीता। वहीं पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार रागिनी, स्नेहलता, सौम्या और परीखा, अनुरूप, अंकित की टीमों द्वारा साझा किया गया। कोलाज प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार सोलंकी सिद्धि और संतोष को मिला।
इसके साथ ही दंत संकाय द्वारा अधिष्ठाता प्रो0 अनिल चन्द्रा के नेतृत्व में न्यू डेंटल बिल्डिंग से लेकर ब्राउन हॉल तक वॉक फॉर इक्यूलिटी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य रूप से डॉ प्रदीप टण्डन, डॉ रिचा खन्ना, डॉ रामेश्वरी सिंघल, डॉ कौशल किशोर सहित अन्य संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इसके साथ ही केजीएमयू द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर ब्राउन हॉल में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) देवेंद्र कुमार अरोड़ा द्वारा समारोह में उपस्थित समस्त संकाय सदस्यों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को संविधान की शपथ दिलाते हुए देश के नागरिकों को प्राप्त उनके मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट ने कहा कि अधिकार मांगने से नहीं, बल्कि अपने कर्तव्यों के निर्वहन करने से मिलता है। यह अधिकार एक नागरिक, छात्र, कर्मचारी, पारिवारिक सदस्य के रूप में स्वयं के द्वारा किए गए कर्तव्यों के निर्वहन से प्राप्त होता है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अधिष्ठाता दंत संकाय, प्रो0 अनिल चंद्रा, अधिष्ठाता, इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस प्रो0 विनोद जैन, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो0 जीपी सिंह, अधिष्ठाता, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, प्रो0 अपजीत कौर, अधिष्ठाता, मेडिसिन संकाय, डॉ उमा सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, प्रो0 एसएन संखवार सहित अन्य विभागों के विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य उपस्थित रहे।