-संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री ने दी चेतावनी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की वर्तमान कार्यशैली पर गहरी चिंता व्यक्त की है। मिशन निदेशक कार्यालय द्वारा हाल ही में जारी आदेश, जिसमें सभी जिलों के NHM बजट को शून्य कर दिया गया है, के परिणामस्वरूप कई जनपदों में कर्मचारियों के वेतन भुगतान में बाधा उत्पन्न हो रही है।
प्रदेश महामंत्री ने कहा कि इस तरह के आदेश माह के प्रारंभ में जारी करना केवल कर्मचारियों के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। अधिकांश जनपदों में वेतन बैंक में ट्रांसफर के बाद पेमेंट रिजेक्ट हो रहा है, जिससे पुनः वेतन भुगतान प्रक्रिया में महीनों का समय लग सकता है। इससे न केवल कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी, बल्कि भ्रष्टाचार और शोषण के रास्ते भी खुल सकते हैं।
उन्होंने इस समस्या के लिए सीधे तौर पर संबंधित विभागीय मंत्री को जिम्मेदार ठहराया, जिनका विभाग पर नियंत्रण नहीं दिख रहा है। यह स्थिति दर्शाती है कि विभागीय प्रशासन में गंभीर सुधार की आवश्यकता है।
प्रदेश महामंत्री ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने और कर्मचारियों के वेतन भुगतान में आने वाली बाधाओं को दूर करने की अपील की है। साथ ही, उन्होंने मांग की कि NHM के बजट में शून्यीकरण के आदेश को तुरंत वापस लिया जाए और भविष्य में इस प्रकार के निर्णयों को लागू करने से पहले गहन विचार-विमर्श किया जाए।
प्रदेश महामंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इस समस्या का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो संगठन आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए बाध्य होगा।