प्रमुख सचिव और चिकित्सा शिक्षा मंत्री से व़ार्ता में मिले आश्वासन के बाद लिया निर्णय
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के रेजीडेंट डॉक्टरों को एम्स दिल्ली के बराबर वेतन भत्तों की मांग को लेकर कल 7 फरवरी से प्रस्तावित कार्य बहिष्कार दो सप्ताह के लिए टाल दिया है। फैसला चिकित्सा शिक्षा मंत्री और चिकित्सा शिक्षा प्रमुख सचिव से वार्ता के बाद मिले आश्वासन के बाद लिया गया। फिलहाल इस निर्णय से मरीजों के इलाज पर मंडरा रहे संकट के बादल छंट गये हैं। रेजीडेंट डॉक्टरों ने उम्मीद जतायी है कि दो सप्ताह में उनकी समस्या का समाधान शासन कर देगा।
इस बारे में जानकारी देते हुए रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन एसजीपीजीआई के अध्यक्ष डॉ आशुतोष ने बताया कि आज कई घंटे चले वार्ताओं के दौर में पहले प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा से मिलकर रेजिडेंट्स ने अपना पक्ष रखा। प्रमुख सचिव रजनीश दुबे ने भी हम लोगों की मांग को न्यायसंगत मानते हुए उनपर अपनी सैद्धान्तिक सहमति दी। इसके बाद हम लोगों ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन से मिलकर अपनी मांगों को रखा तथा शीघ्र विचार का आश्वासन मिलने के बाद मरीजों के हित में अपना असहयोग आंदोलन दो सप्ताह के लिए टालने का निर्णय लिया।