लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह आज महोबा जिला चिकित्सालय जाकर वहां हुई रेल दुर्घटना में घायल व्यक्तियों से व्यक्तिगत मिले और उनका कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि इस दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही और उदासीनता न बरती जाए और उनका बेहतर से बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए।
गम्भीर घायलों को 50-50 व साधारण घायलों को 25-25 हजार रुपये की मदद
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें व्यक्तिगत तौर पर महोबा भेजकर घायलों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं सुलभ कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर से गम्भीर रूप से घायल दो व्यक्तियों को 50-50 हजार रुपये तथा अस्पताल में भर्ती 11 घायल व्यक्तियों को 25-25 हजार रुपये के चेक प्रदान किये। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि प्राथमिक उपचार के उपरान्त जो व्यक्ति घर चले गये हैं, उन्हें उनके घर जाकर सहायता राशि प्रदान की जाए। उन्होंने घायलों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके बेहतर इलाज के लिए हर सम्भव मदद करेगी । इसके साथ ही उन्हें गन्तव्य स्थल तक पहुंचाने की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
महाकौशल एक्सप्रेस हो गई थी दुर्घटनाग्रस्त
ज्ञातव्य है कि आज 29/30 मार्च को रात्रि 2:30 बजे महोबा में महाकौशल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 52 लोग घायल हो गये थे। गम्भीर रूप से घायल होने के कारण दो व्यक्तियों का झांसी मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा 11 व्यक्तियों का महोबा जिला चिकित्सालय में उपचार हो रहा है तथा 39 व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार के उपरान्त उन्हें छुट्टी दे दी गयी। यह भी उल्लेखनीय है कि इस रेल दुर्घटना में सात बोगी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित महोबा जनपद के समस्त चिकित्सकों को अस्पताल में मौजूद रहने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने चिकित्सालयों में समस्त सुविधाएं चाक-चैबंद रखने को भी कहा, ताकि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की दिक्कत न आने पाये।
अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अरूण कुमार सिन्हा ने बताया कि 21 एम्बुलेंसों के माध्यम से दुर्घटनाग्रस्त लोगों को चिकित्सालय पहुंचाने का कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि इस रेल दुर्घटना में कोई भी जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया कि घायलों के उपचार हेतु सभी आवश्यक दवाएं और अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है।