वर्ल्ड मास्कीटो डे पर बताया छोटा सा मच्छर 7 लाख लोगों को हर साल बना देता है बीमार
लखनऊ। छोटा सा दिखने वाला मच्छर भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में जनस्वास्थ्य के लिये गम्भीर खतरा बना हुआ है। इसका अनुमान इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि अकेले भारत में ही प्रतिवर्ष लगभग 7 लाख लोग मच्छर जनित बीमारियों का शिकार हो जाते है।
यह जानकारी आरोग्य भारतीय अवध प्रान्त के उपाध्यक्ष एवं होम्योपैथी विशेषज्ञ डा0 अनुरूद्ध वर्मा ने लोक जीवन फाउन्डेशन द्वारा वर्ल्ड मास्कीटो डे के अवसर पर रिसहा, गोमती नगर में आयोजित जागरूकता संगोष्ठी में व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि मादा मच्छर रात में काटती हैं और एडीज मच्छर दिन में। उन्होंने बताया कि मच्छर उन लोगों को ज्यादा काटते है जिनके पसीने में ज्यादा गंध आती है और मोजे बदबू करते है। उन्होंने बताया कि मच्छर बच्चों की अपेक्षा बड़ों को ज्यादा काटते है।
उन्होंने बताया कि मच्छर काटने से डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया, फाइलेरिया, जापानी इन्सफेलाइटिस जैसे जानलेवा रोग हो सकते है। इससे प्रतिवर्ष लाखों लोग असमय मौत का शिकार हो जाते है। उन्होंने सलाह दी की मच्छरों से बचने के लिये आस-पास पानी न इकट्रठा होने दें, साफ-सफाई पर ध्यान दें, तेज पंखा चलायें। मच्छरदानी लगकार सोंये तथा पूरी आस्तीन के कपड़े पहने तथा सोने से पहले शरीर पर तेल लगाये। संगोष्ठी की अध्यक्षता फाउन्डेशन के सचिव डा0 राजेश वर्मा ने की। संगोष्ठी को डा0 अरुण प्रकाश, डा0 टीपी गौड़, डा लता वर्मा, डा0 यूबी त्रिपाठी, डा अजय कुमार, डा एफबी वर्मा, डा0 देवेश पटेल आदि ने सम्बोधित किया।