-नेशनल यूनाइटेड फ्रंट ऑफ डॉक्टर्स ने की आयुक्त मेरठ व सीएमओ बुलंदशहर से शिकायत

सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट के नाम का दूसरे जिले में हॉस्पिटल के संचालन में अवैध रूप से प्रयोग किये जाने का मामला सामने आया है। पीडि़त से जानकारी मिलने के बाद नेशनल यूनाइटेड फ्रंट ऑफ डॉक्टर्स ने प्रशासन से इस पर कठोरतम कानूनी करने की मांग की है।
नेशनल यूनाइटेड फ्रंट ऑफ डॉक्टर्स, मेरठ के संस्थापक डॉ अनिल नौसरान ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि झाँसी के वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट डॉ. बी.के. गुप्ता (MD, पैथोलॉजी) के नाम का दुरुपयोग करते हुए बुलंदशहर स्थित एक अस्पताल द्वारा बिना उनकी सहमति और अनुमति के उनका नाम सीएमओ कार्यालय बुलंदशहर में फैकल्टी के रूप में पंजीकृत करा दिया।
डॉ नौसरान ने कहा कि यह कार्य न केवल धोखाधड़ी की पराकाष्ठा है बल्कि चिकित्सक समाज के सम्मान पर सीधा प्रहार है। इस प्रकार की जालसाजी से स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता पर गहरा आघात होता है।
नेशनल यूनाइटेड फ्रंट ऑफ डॉक्टर्स ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए सीएमओ बुलंदशहर और आयुक्त मेरठ को पत्र भेजकर माँग की है कि अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध तत्काल कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए। डॉ नौसरान ने कहा है कि फ्रंट की स्पष्ट मांग है कि मौजूदा प्रकरण में दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी जरूरी है, यदि दोषियों पर सख्त कार्यवाही नहीं होती, तो भविष्य में इस प्रकार की धोखाधड़ी की घटनाएँ बढ़ेंगी और ईमानदार चिकित्सकों का नाम बार-बार बदनाम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि प्रशासन ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करे जिससे कोई भी अस्पताल या संस्था भविष्य में चिकित्सकों के नाम का दुरुपयोग करने की हिम्मत न कर सके।



