-समिति की बैठक में विस्तार से चर्चा, पदाधिकारियों को सौंपे गये कार्यक्रमों के आयोजन संबंधी दायित्व
-समाजसेवियों से अनेकता में एकता का भाव रखने का आह्वान किया समिति के अध्यक्ष डॉ गिरीश गुप्ता ने
सेहत टाइम्स
लखनऊ। हमारे नव वर्ष चेतना समिति के परिवार में बहुत से ऐसे पदाधिकारी और सदस्य हैं जो समाज सेवा की दूसरी संस्थाओं से भी जुड़े हैं, ये सभी संस्थाएं अपने-अपने क्षेत्र के सामाजिक कार्यों की जिम्मेदारी का निर्वहन अच्छे से कर रही हैं, मेरा मानना है कि देशहित और लोकहित के कार्यों में सभी संस्थाएं कभी-कभी एक साथ सामूहिक रूप से यदि अपना योगदान दें तो इसका परिणाम भी वृहद रूप में सामने आयेगा और एकता का प्रदर्शन भी होगा।
ये विचार नव वर्ष चेतना समिति के संस्थापक अध्यक्ष डॉ गिरीश गुप्ता ने मंगलवार को गौरांग क्लीनिक एंड होम्योपैथिक रिसर्च सेंटर के हॉल में आयोजित नव वर्ष चेतना समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किये। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आगामी 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर गोमती नगर स्थित आईएमआरटी में नव वर्ष चेतना समिति के साथ गोल्डेन फ्यूचर ट्रस्ट, आईएमआरटी और रोटरी क्लब इलीट, मेधज टेक्नो कांसेप्ट प्रा.लि., गीता परिवार, श्याम परिवार संयुक्त रूप से रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे हैं। इस शिविर के आयोजन का दायित्व अजय सक्सेना को सौंपा गया है।
समिति के महामंत्री डॉ सुनील अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर आगामी 4 जनवरी को आरआर इंस्टीट्यूट सीतापुर रोड पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है, इसमें मुख्य वक्ता पूर्व मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह होंगे। संगोष्ठी में अर्चना मिश्रा भी अपना वक्तव्य देंगी। इस संगोष्ठी की अध्यक्षता आर आर इंस्टीट्यूट के अनिल अग्रवाल करेंगे। इसके आयोजन का दायित्व प्रियंका चौहान को सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त्त दो और संगोष्ठी बाराबंकी और उन्नाव में होनी है, बाराबंकी में संगोष्ठी-व्याख्यान का आयोजन राम स्वरूप यादव और उन्नाव में अरुण कुमार दीक्षित करेंगे, दोनों कार्यक्रमों की अंतिम रूपरेखा अभी तैयार होनी बाकी है।
समिति के महामंत्री डॉ सुनील अग्रवाल ने बताया कि रक्तदान शिविर में संजय गांधी पीजीआई के ब्लड बैंक की टीम सक्रिय रूप से भाग ले रही है। उन्होंने समिति की सदस्यता बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक सदस्य कम से कम एक व्यक्ति को नव वर्ष चेतना समिति का सदस्य बनाये। बैठक में अजय सक्सेना ने रक्तदान शिविर के आयोजन में रोटरी क्लब इलीट की भागीदारी की घोषणा की। उन्होंने सुझाव दिया कि रक्तदान के इच्छुक ऐसे व्यक्तियों का डाटा तैयार किया जा सकता है जो जरूरत पड़ने पर रक्तदान करें, इस सम्बन्ध में उनसे एक शपथ पत्र लिया जाता है कि उनके रक्त की जरूरत पड़ने पर वे रक्तदान के लिए आयेंगे।
बैठक में प्रत्येक वर्ष मनाये जाने वाले भारतीय नव वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। डॉ सुनील अग्रवाल ने बताया कि आगामी विक्रम सम्वत वर्ष कैलेंडर वर्ष 30 मार्च, 2024 से प्रारम्भ हो रहा है। नव वर्ष चेतना समिति भारतीय नव वर्ष सम्वत 2082 के आगमन पर दो दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। प्रथम दिवस 29 मार्च को सम्राट विक्रमादित्य पर संगोष्ठी व नव चैतन्य विशेषांक का विमोचन किया जायेगा तथा 30 मार्च को गोमती नदी के किनारे खाटू श्याम मंदिर के प्रांगण में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। 29 मार्च के कार्यक्रम के संयोजन की जिम्मेदारी श्यामजी व राकेश कुमार यादव को सौंपी गयी है जबकि 30 मार्च के कार्यक्रम के आयोजन का दायित्व डॉ रंजना द्विवेदी और डॉ पुनीता अवस्थी निर्वहन करेंगी।
उन्होंने बताया कि नव चैतन्य स्मारिका का संपादन कार्य डॉ निवेदिता, डॉ संगीता शुक्ला, हेमंत और गुंजन द्वारा सम्पन्न किया जायेगा, जबकि सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल पर स्मारिका स्टाल प्रबंधन का दायित्व दीपक अग्रवाल, कमलेन्द्र मोहन एवं रघुराज को सौंपा गया है। मीडिया प्रबंधन भारत सिंह एवं अरुण मिश्रा करेंगे। कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए वेबसाइट एवं सोशल साइट और सेवा प्रकल्प के दायित्व का संयोजन श्याम किशोर त्रिपाठी करेंगे।
डॉ गिरीश गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में महामंत्री डॉ सुनील अग्रवाल, समिति की संरक्षिका रेखा त्रिपाठी, दीपक अग्रवाल, आरएस सचदेवा, डॉ संगीता, श्याम किशोर त्रिपाठी, श्यामजी, बाराबंकी से आये राम स्वरूप यादव, बिसवां, सीतापुर से आये मुदित सिंघल, शोभित नारायण अग्रवाल, रघुराज, कमलेन्द्र, राकेश यादव और अजय सक्सेना, डॉ रंजना द्विवेदी और डॉ पुनीता अवस्थी शामिल रहे। बैठक का समापन सभी के स्वस्थ, निरोग रहने की कामना करने वाले मंत्र ऊं सर्वे भवन्तु सुखिन:…के साथ सबको धन्यवाद देते हुए किया गया।