-पुलिस महानिदेशक ने दिए बीमार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी धूप में न लगाने के निर्देश
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गर्मी का भयंकर जोर चल रहा है। हीट स्ट्रोक से लोगों की मौत भी हो रही हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लू के कारण से मरने वाले लोगों के परिजनों को 4 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है। हालांकि मृत व्यक्ति का पोस्टमार्टम कराना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई मौत पर 15 लाख रुपये की सहायता मिलेगी। इस बीच यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक प्रमारी जनपद को बढ़ती गर्मी व आग की घटनाओं में पुलिस कर्मियों को सुरक्षित रखने, समुचित जागरूक करने व अग्नि सुरक्षा के निर्देश दिए हैं।
योगी सरकार ने कहा है कि अगर किसी व्यक्ति की मौत लू से होती है, तो इसको लेकर मरने वाले के परिजनों को इलाके के एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल को मृत व्यक्ति की जानकारी देनी होगी, साथ ही मृत व्यक्ति के शव का पोस्टमार्टम भी कराना होगा। बताया गया है कि राजस्व विभाग पोस्टमार्टम कराने के पश्चात इसकी रिपोर्ट जिले के डीएम को भेजेगा। राजस्व विभाग द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन सहायता राशि जारी करेगा। यूपी के राहत आयुक्त पी गुरु प्रसाद ने बताया कि लू भी बाकी आपदाओं की तरह आपदा है, इसके लिए जिला अधिकारी भुगतान करने के लिए अधिकृत हैं। वहीं जिन लोगों की मौत चुनाव ड्यूटी के दौरान हो रही है। उनको भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के मुताबिक 15 लाख की सहायता राशि देने का नियम है।
डीजीपी ने निर्देशों में कहा है कि बूथ पर उचित ठंडे पानी की व्यवस्था की जाए।
पुलिस कर्मियों को ड्यूटी से पहले व बाद में पेयजल, नीबू, इलेक्ट्राल, ग्लोकोन डी, ओआरएस उपलब्ध कराया जाए। इसके अतिरिक्त कमिश्नरेट व जनपदों के समस्त थानों, चौकियों पर शुद्ध व शीतल पेय जल की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा है कि पुलिस कर्मियों को सत्तू, छाछ, ठण्ये खाद्य पदार्थों का सेवन करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसके साथ ही यातायात कर्मियों के चौराहों पर स्थित बूथ शेड ठीक कराने के निर्देश दिए गए हैं।
डीजीपी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी क्षेत्राधिकारी, थानेदार अपने अपने क्षेत्रों में तैनात पुलिस कर्मियों का कुशल क्षेम जानें। पुलिस कर्मियों की ड्यूटी रोटेशनवार नियमित रूप से लगायी जाए तथा बीमार पुलिस कर्मी की ड्यूटी धूप में न लगायी जाये। उन्होंने कहा है कि थाना व पुलिस लाइन बैरिकों में प्रतिदिन गणना के समय पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य की जानकारी ली जाये। उन्होंने कहा कि हीट वेव के लक्षण दिखते ही तुरंत इलाज की व्यवस्था कराई जाए।