-एक माह का कार्यकाल पूरा होने पर निदेशक प्रो सीएम सिंह ने की इस तरह की पहल
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो सीएम सिंह ने आज मंच पर माइक थामकर छात्र-छात्राओं से सीधे रूबरू होते हुए उनकी समस्याओं को सुना और स्वयं नोट भी किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं की आवासीय समस्याओं, चिकित्सा शिक्षा पद्धति की नई विकसित तकनीकियों से पठन-पाठन के कार्यक्रम पर, उनके स्वयं संयम एवं समय और निरंतरता के अनुशासन से कक्षाओं और पठन-पाठन कार्य को करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनके साथ मंच पर संकायाध्यक्ष प्रो० (डॉ०) प्रद्युम्न सिंह भी मौजूद रहे। इस तरह का आयोजन संस्थान में पहली बार होने की बात संस्थान द्वारा कही जा रही है।
कार्यक्रम का प्रारंभ प्रो० (डॉ०) ए० पी० जैन के द्वारा दिए गए निदेशक प्रो० (डॉ०) सी० एम० सिंह के प्रेरणादायक जीवनी वृतांत एवं उनके कद का परिचय देने के साथ हुआ। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर सिंह शोध अनुसंधान के क्षेत्र में तो एक नामचीन शख्सियत हैं ही, साथ ही में कोरोना महामारी के दुर्गम काल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान पटना में चिकित्सा अधीक्षक एवं डीन एकेडमिक्स के पद पर कार्यकाल के दौरान, कोविशील्ड कोवैक्सीन जैसी स्वदेशीय-विकसित अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैक्सीनस के फेस-2/ फेस-3 ट्राइलस् के जनक भी प्रोफेसर सिंह ही रहे हैं।
लोहिया संस्थान के एमबीबीएस पाठ्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सा शिक्षा प्रशिक्षण हासिल कर रहे छात्र छात्राओं की लगभग 1000 की भारी तादाद से संवाद की शृंखला में आज यह पहला कार्यक्रम था। अपने कार्यकाल के एक माह पूर्ण होने पर, संस्थान के निदेशक छात्र-छात्राओं को संबोधित कर उनके साथ पारस्परिक दो तरफा सीधा संवाद किया। पूरा लेक्चर थियेटर सभागार एमबीबीएस पाठ्यक्रम के सत्र 2022 और 2023 के लगभग 375 छात्र-छात्राओं से खचाखच भरा हुआ था। प्रो० (डॉ०) प्रद्युम्न सिंह व यूजी प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रो० (डॉ०) विनीता मित्तल ने कार्यक्रम परिचय देते हुए निदेशक का अभिवादन किया।
निदेशक ने छात्र-छात्राओं की अच्छे पौष्टिक स्वास्थ्यवर्धक भोजन, आवासीय समस्याओं और उनके लिए आमोद प्रमोद, खेलकूद कीड़ा व उनके सार्वभौमिक विकास के क्षेत्र में संस्थान प्रशासन की प्रतिबद्धता पर उन्हें आश्वस्त किया। 10 मिनट के अपने संक्षिप्त प्रेरणादायक उद्बोधन ने छात्र-छात्राओं के समूह को उत्साह एवं ऊर्जा से भर दिया। कार्यक्रम का समापन यूजी प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रो० डॉ० विनीता मित्तल के धन्यवाद के साथ हुआ। अंत में प्रशासनिक भवन प्रांगण के बैडमिंटन कोर्ट में, निदेशक ने प्रो जैन के साथ छात्रों के बीच सम्मिलित होकर उनके साथ बैडमिंटन खेलकीड़ा में सम्मिलित होकर उनका उत्साह वर्धन किया।