नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साल 2018 का पूर्णकालिक आम बजट संसद में पेश कर दिया है। मोदी सरकार के आखिरी पूर्णकालिक बजट में इस बार कोशिश सभी वर्गों की साधने की थी, बजट में इसका असर नजर आया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जहां किसानों और गरीबों के लिए कई बड़े ऐलान किए, कई योजनाओं को शुरू करने की घोषणा की। वहीं नौकरी पेशा वर्ग को सरकार की ओर से कोई बड़ी राहत नहीं मिली है। आम बजट में इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 40 हजार तक स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा। कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। जानिए बजट में स्वास्थ्य संबंधी कुछ बातें :-
स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार का बड़ा ऐलान:-
बजट में आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए सरकार ने बड़ा ऐलान किया है।
- नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम की शुरूआत की गई है। हेल्थ वेलनेस केंद्र बनाने पर 1200 करोड़ का फंड दिया जाएगा। इसमें 10 करोड़ गरीब परिवारों के लिए हेल्थ बीमा दिया जाएगा।
- देश की 40 फीसदी आबादी को हेल्थ बीमा दिया जाएगा।
- 50 करोड़ परिवारों को हेल्थ बीमा मिलेगा।
- हर परिवार को एक साल में 5 लाख का मेडिकल खर्च दिया जाएगा।
- 24 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे, 5 लाख स्वास्थ्य सेंटर खोले जाएंगे।
- टीबी मरीज को हर महीने 500 रुपए की मदद दी जाएगी।
इसके अतिरिक्त बजट में सीनियर सिटीजन को लेकर अरुण जेटली ने बड़ा ऐलान किया है। डिपॉजिट पर मिलने वाली छूट 10 से बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई है। बुजुर्गों के लिए 80डी में मेडिक्लेम के लिए 50 हजार तक की छूट दी जाएगी।
कुल मिलाकर देखा जाए तो सरकार ने इस साल के वित्तीय बजट में स्वास्थ्य संबंधी कार्यों को तवज्जो दी है। सरकार ने न सिर्फ नई योजना की शुरुआत की बल्कि बुजुर्गों के लिए भी मेडिक्लेम में पचास हज़ार रुपए तक की छूट भी प्रदान की है। नए मेडिकल कालेजों के खुलने के साथ – साथ नए स्वास्थ्य सेंटर खोलने की भी योजना है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इस बजट में आपके लिए बहुत कुछ है जिसका लाभ आप निश्चित रूप से उठा सकते हैं।