-संस्थान के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के स्थापना दिवस पर निदेशक ने की घोषणा
-समारोहपूर्वक मनाया गया एंडोक्राइन सर्जरी विभाग का 34वां स्थापना दिवस
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पी जी आई, लखनऊ के निदेशक प्रो आरके धीमन ने कहा है कि सुपरस्पेशलिटी और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा में पिछले कुछ वर्षों में संजय गांधी पी जी आई ने नये आयाम स्थापित किये हैं। यह क्रम जारी रहेगा, उत्तर प्रदेश के मरीजों को लखनऊ में भी इलाज उपलब्ध हो, इस दिशा में किये जाने वाले प्रयास जारी रहेंगे। भविष्य में सेवाओं के विस्तार के लिए विस्तृत योजनाएं हैं।
प्रो धीमन ने यह बात आज 7 सितम्बर, 2023 को संस्थान के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के स्थापना दिवस की वर्षगांठ के मौके पर अपने उद्बोधन में कही। विभाग द्वारा लेक्चर थिएटर कॉम्प्लेक्स में अपना 34वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस मौके पर एंडोक्राइन सर्जरी के 15वें स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का उद्घाटन भी किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर विजय ओझा, अध्यक्ष पीजीएमईबी, एनएमसी, भारत सरकार थे। डॉ ओझा ने एसजीपीजीआई द्वारा शुरू की जा रही नई विशिष्टताओं और इस संस्थान के नैदानिक और शैक्षणिक कार्यों की उच्च गुणवत्ता की सराहना की।
संस्थान के डीन प्रो शालीन कुमार ने स्वागत भाषण दिया। प्रो गौरव अग्रवाल, एचओडी एंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी ने पिछले एक साल में विभाग की गतिविधियों और उपलब्धियों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि विभाग के बुनियादी ढांचे के उन्नयन के अलावा, विभाग के कामकाज के सभी क्षेत्रों में काफी गुणात्मक और मात्रात्मक वृद्धि हुई है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक. प्रो आर.के. धीमन ने की। निदेशक ने देश में सुपरस्पेशलिटी और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा में पिछले कुछ वर्षों में पी जी आई द्वारा अपने लिए बनाई गई अद्वितीय नेतृत्व स्थिति के बारे में बात की। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मरीजों और आबादी को अधिक व्यापक देखभाल प्रदान करने के लिए पीजीआई में आने वाले महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं और नए केंद्रों के बारे में भी जानकारी दी।
दो प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं, एमएसकेसीसी न्यूयॉर्क यूएसए से प्रो. अशोक शाहा और ब्रिस्बेन ऑस्ट्रेलिया से प्रो. ओवेन उंग ने स्थापना दिवस भाषण और स्तन सर्जरी भाषण दिया। इंचियोन, दक्षिण कोरिया से प्रोफेसर जिन वूक यी ने रोबोटिक थायराइड सर्जरी के 1000 मामलों पर मुख्य व्याख्यान दिया। डॉ. सबरेतनम एम. आयोजक सचिव ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
बैठक में पूरे भारत से 150 से अधिक प्रतिनिधियों और संकाय सदस्यों तथा विदेशी संकाय सदस्यों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर विभाग के पूर्व छात्र भी एकत्र हुए और देश में एंडोक्राइन सर्जरी अभ्यास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।