-हेपेटोलॉजी विभाग में अल्कोहल एनोनिमस बैठक का उद्घाटन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। जो लोग डूबे रहते थे शराब में, उन्हें अब एक कतरा पीना भी गवारा नहीं है। यह किसी शेर की लाइनें नहीं हैं, बल्कि वह हकीकत है जो आज दुनिया भर में शराब छोड़ने की इच्छा रखने वाले लोगों को शराब छोड़ने में मददगार साबित हो रही है। इस हकीकत को अंजाम देने वाले लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक स्वयं सहायता समूह बनाया है, इसमें शामिल लोग शराब छुड़ाने में मदद करते हैं, खास बात यह है कि यह स्वयं सहायता समूह ऐसे लोगों द्वारा ही बनाया गया है जो कभी शराब का सेवन करते थे, लेकिन अब छोड़ चुके हैं। संजय गांधी पीजीआई के हेपेटोलॉजी विभाग ने भी शराब छुड़ाने का बीड़ा उठाया है। इसके तहत हेपेटोलॉजी विभाग ने 12 अगस्त को शराब सेवन विकार से पीड़ित और शराब छोड़ने की इच्छा रखने वाले सभी लोगों के लिए एए सुविधा शुरू की। इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमन भी उपस्थित रहे।
हेपेटोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो अमित गोयल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जो लोग शराब का सेवन करते हैं, उन्हें नशा मुक्ति के लिए मदद की जरूरत होती है। अल्कोहलिक्स एनोनिमस (एए), जिसे आमतौर पर एए या स्वयं सहायता समूह के रूप में जाना जाता है, एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो लोगों को नशा मुक्ति दिलाने में मदद करता है। यह संगठन उन लोगों द्वारा चलाया जाता है जो किसी समय शराबी थे, लेकिन अब सफलतापूर्वक शराब पीना छोड़ चुके हैं।
प्रो गोयल ने बताया कि एए (AA) पूरी तरह से आत्मनिर्भर संगठन है और मदद मांगने वाले लोगों से कोई दान या शुल्क नहीं लेता है। एए कार्यक्रम अपने आध्यात्मिक झुकाव वाले बारह-चरणीय कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को शराब से छुटकारा पाने में मदद करता है। एए गैर-पेशेवर, गैर-सांप्रदायिक, गैर-राजनीतिक और असंबद्ध संगठन है। AA की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी लेकिन अब यह 185 से अधिक देशों में फैल गया है और इसमें 2 मिलियन से अधिक सदस्य शामिल हैं। भारत में ही इसके 40,000 से अधिक सदस्य हैं और यह लखनऊ में कुछ केंद्र चला रहा है।
उन्होंने बताया कि एए की बैठक प्रत्येक शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक एसजीपीजीआई में हेपेटोलॉजी ओपीडी में आयोजित की जाएगी। हेपेटोलॉजी विभाग ने एल्कोहल के कारण लिवर की बीमारी वाले लोगों को एकीकृत देखभाल (iCARE) प्रदान करने की अपनी पहल के एक हिस्से के रूप में AA शुरू किया है। एकीकृत सुविधा विशिष्ट हेपेटोलॉजी देखभाल, अल्कोहल यूज़ डिसऑर्डर क्लिनिक (एयूडीसी) में मनोरोग सहायता और ‘अल्कोहल एनोनिमस मीटिंग्स’ के रूप में नशा मुक्ति के लिए स्वयं सहायता समूह के समर्थन को एकीकृत करके ट्रिपल आर्म दृष्टिकोण अपनाती है। यह प्रदेश में इस तरह की पहली सुविधा रही है।
इस तरह की एकीकृत देखभाल का प्राथमिक उद्देश्य रोगियों को शराब से सफल मुक्ति और पुनर्वास में मदद करना है। इस सुविधा का उपयोग करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9555022785 है।