लखनऊ। क्या आप जानते हैं कि जिन रोडवेज बसों में आप भरोसे के साथ निश्चिन्त होकर यात्रा करते हैं उन बसों के कई चालक दृष्टिदोष के शिकार हैं। जिस कारण सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इन दुर्घटनाओं में जान-माल का नुकसान हो रहा है। इन चालकों की दृष्टि को ठीक करने का फैसला किया गया है। जिसके तहत सरकार सभी मेडिकल कॉलेजों में सड़क परिवहन विभाग के चालकों-परिचालकों को आँख के ऑपरेशन की सुविधा प्रदान करेगी।
उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भाउराव देवरस सेवान्यास व भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लि0, परिवहन निगम और किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के सहयोग से आज नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती के अवसर पर कैसरबाग बस स्टेशन पर उ0प्र0 परिवहन निगम के लखनऊ क्षेत्र के चालकों व परिचालकों के लिए निःशुल्क मोतियाबिंद आपरेशन किट एवं चश्मा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 378 चालकों व परिचालकों को चश्मा वितरित किया गया तथा 26 चालकों व परिचालकों के मातियाबिंद का आपरेशन के लिए डॉक्टरों को किट प्रदान की गई। इसी प्रकार कानपुर क्षेत्र डिपो में आयोजित नेत्र व स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में 280 चालक व परिचालक को चश्मा वितरित किया गया तथा 46 चालकों के आंखों का आपरेशन किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा व प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने मुख्य अतिथि के रुप में कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि रोडवेज बसों के चालकों व परिचालकों के दृष्टिदोष को ठीक करने के लिए सभी मेडिकल कालेज सुविधा मुहैया कराएंगे। उन्होंने कहा कि बस चालक दृष्टिदोष के साथ सेवाएं दे रहे हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाए हो रही हैं, इससे चालक, परिचालक व यात्रियों के साथ आमजन को भी अपनी जान गवांनी पड़ रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए परिवहन व प्रोटोकाल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं ऊर्जा राज्यमंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि परिवहन निगम के चालक व परिचालक निगम की रीढ़ है। इनकी मेहनत की बदौलत ही निगम को दिसम्बर माह में घाटे के बजाय 8 करोड़ रुपये का लाभ हुआ। चालकों व परिचालकों के समयाभाव के कारण ही बस डिपों में इनके आंखों की जांच का प्रयास भाउराव देवरस सेवान्यास के सहयोग से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चालकों के आंखों की रोशनी अच्छी रहने से निश्चित रुप से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर गांव को परिवहन व्यवस्था से जोड़ा जा रहा है। सरकार की मंशा गरीब व झोपड़ पट्टी में रहने वालों को भी सुविधा देना है। उन्होंने कहा कि जनवरी का महीना दो महापुरुषों स्वामी विवेकानन्द और सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती का महीना है। इन दोनों महापुरुषों ने विपरीत परिस्थितियों में भी पूरे मनोयोग एवं संकल्प के साथ भारत माता की सेवा की। हमें भी इनका अनुसरण करना चाहिए । उन्होंने कहा कि देश को आगे ले जाने के लिए सभी को ईमानदारी के साथ कठोर परिश्रम करना होगा।
कार्यक्रम को केजीएमयू के कुलपति डा0 एम.एल.बी. भट्ट ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के चालकों व परिचालकों का नेत्र व स्वास्थ्य परीक्षण की परिकल्पना बहुत अच्छा कार्य है। इनका दृष्टिदोष दूर हो जाने से दुर्घटनाएं कम होंगी और यात्रियों का जीवन भी सुरक्षित रहेगा। उन्होंने बताया कि देश भर में 1.5 से 2 लाख लोगों की मृत्यु सड़क दुर्घटना में होती है। अतः चालक इसे एक धार्मिक कृत्य समझ कर नशे व ड्रग के हालात में वाहन न चलाए। उन्होंने बताया कि लखनऊ, रायबरेली व कानपुर क्षेत्र के डिपों में ऐसे 17 कैम्प आयोजित किए जा चुके है। प्रदेश के 19 हजार बस चालकों तथा 17 हजार परिचालकों का नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना है।
परिवहन आयुक्त एवं प्रबंध निदेशक पी गुरु प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि उ0प्र0 परिवहन निगम, मेडिकल कालेज एवं न्यास के सहयोग से सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत यह कार्यक्रम किए जा रहे हैं। सभी चालकों व परिचालकों के दृष्टिदोष को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे। कार्यक्रम में अध्यक्ष उ0प्र0 परिवहन निगम श्री प्रवीर कुमार, अध्यक्ष भाउराव देवरस सेवान्यास डा0 राजेश सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक केजीएमयू डा0 एस.एन. शंखवार के साथ टीम के डाक्टर, चालक, परिचालक तथा परिवहन निगम के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।