-अनुशासनहीनता किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी : ब्रजेश पाठक
सेहत टाइम्स
लखनऊ। मरीजों के इलाज में लापरवाही पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख़्त रुख अख्तियार किया है। अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये हैं। साथ ही बिना सूचना लगातार गायब चल रहे डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया गया है। दूसरी ओर सैफई पीजीआई में मरीज के साथ मारपीट की घटना की जांच कर दोषी चिकित्सक पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश भी डिप्टी सीएम ने दिये हैं।
चित्रकूट के मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया गया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की सख्ती के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने कार्रवाई की है। चित्रकूट के मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉ. मोहम्मद अजीम अनवर लगातार ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे थे। बिना सूचना लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि जांच के बाद डॉ. अजीम को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं की जाएगी।
वहीं, सैफई पीजीआई में चिकित्सकों द्वारा मरीज से अभद्रता एवं मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था। डिप्टी सीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने वाइस चांसलर से दोषी चिकित्सक के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। तीन दिन में जांच पूरी करनी है। दोषी चिकित्सक के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि मरीज व तीमारदारों के साथ अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बच्चे की मृत्यु के प्रकरण की होगी जांच
डिप्टी सीएम ने अलीगढ़ के अतरौली सीएचसी में बच्चे की मृत्यु के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सीएमओ से पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इलाज में यदि लापरवाही बरती गई है तो दोषी चिकित्सकों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। दो दिन में जांच रिपोर्ट पूरी करने के आदेश दिए गए हैं। उधर, प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा मरीज व उनके तीमारदारों के अभद्रता व मारपीट के प्रकरण की भी जांच होगी। डिप्टी सीएम ने राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य से पूरे मामले में रिपोर्ट तलब की है।
बिना पंजीकरण खुला अस्पताल, मुकदमा होगा दर्ज
सिद्धार्थनगर में पंजीकरण रद्द होने के बाद भी विद्या अस्पताल के संचालन की शिकायत मिली है। डिप्टी सीएम ने सीएमओ से अस्पताल प्रशासन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की संलिप्तता की भी जांच के आदेश दिये हैं। सीएमओ को चार दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट तलब की है।