नेञ और रक्त की जांच के लिए लगाया गया शिविर, निकाली गयी जागरूकता रैली
लखनऊ। अगर आपकी नजर कमजोर है और आपके चश्मे का नम्बर बार-बार बढ़ रहा है तो इसे हल्के में न लें, आपको ब्लड शुगर की जांच करा लेनी चाहिये हो सकता है आप डायबिटीज रोग के शिकार हो। इसी प्रकार अगर डायबिटीज से ग्रस्त व्यक्ति की आंखों की रोशनी अचानक कम लगे तो भी उसे तुरंत अपने चिकित्सक से मिलना चाहिये क्योंकि हो सकता है कि मधुमेह की वजह से आंख् के अंदर रक्तस्राव हो गया हो।
यह सलाह किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद़यालय के प्रो अरुन कुमार शर्मा ने विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर दी। इंडोक्राइनोलॉजी विभाग और नेञ रोग विभाग द्वारा संयुक्त रूप से एक ब्लड शुगर एवं नेञ जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 347 लोगों का ब्लड शुगर एवं नेञ परीक्षण किया गया। इसी दौरान प्रो अरुन कुमार शर्मा ने आंखों की देखभाल के बारे में जानकारियां दीं।
केजीएमयू में इस मौके पर एक जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया। प्रशासनिक भवन से चलकर साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर तक निकाली गयी इस रैली को कुलपति प्रो एमएलबी भट़ट ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर प्रो भट़ट ने कहा कि योग और आदर्श जीवन शैली को अपना कर डायबिटीज को दूर रखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त प्रो वीरेन्द्र आतम ने कहा कि डायबिटीज से बचने के लिए लोगों को चाहिये कि जंक फूड से परहेज करें तथा मोटे अनाजों का सेवन करें। कार्यक्रम में डॉ डी हिमांशु द्वारा चेंज बिहैवियर थेरैपी के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि किस तरह इस थेरैपी को अपनाकर व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है।
इस मौके पर डॉ मधुकर मित्तल ने बताया कि किस तरह मधुमेह से बचा जा सकता है तथा किस तरह मधुमेह से ग्रस्त व्यक्ति अपने जीवन को किस प्रकार खुशहाल रखेए इसके बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ केके सावलानी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन संखवार, डॉ एके सिंह, डॉ नरसिंह वर्मा, डॉ एके सक्सेना, चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजय कुमार, डॉ अनुज माहेश्वरी, प्रो मधुकर मित्तल तथा बड़ी संख्या में छाञ-छाञाएं मौजूद रहे।