-शासन में हो रही कार्यवाही का हवाला देते हुए निदेशक ने की कर्मचारी महासंघ से धरना समाप्त करने की अपील
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पी जी आई में कर्मचारी महासंघ का चल रहा अनिश्चितकालीन धरना आज आठवें दिन में प्रवेश कर गया। दूसरी ओर एसजीपीजीआई की नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन ने पद पुनर्गठन की एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आज 20 जून से प्रारंभ कर दिया है, इस बीच संस्थान प्रशासन की ओर से निदेशक ने कर्मचारी महासंघ को पत्र लिखकर उनकी दो प्रमुख मांगों को लेकर शासन स्तर पर सकारात्मक कार्यवाही होने की जानकारी देते हुए महासंघ से धरना समाप्त करने की अपील की है।
ज्ञात हो कर्मचारी महासंघ ने बीती 13 जून से अपनी कैडर रिस्ट्रक्चरिंग, वर्दी भत्ता, हॉस्पिटल पेशेंट केयर भत्ता जैसी मांगों को लेकर धरना प्रारंभ किया था, जबकि नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन ने पद पुनर्गठन की एकमात्र मांग को लेकर अपने आंदोलन का ऐलान किया है। नर्सिंग एसोसिएशन ने जहां आज से अनिश्चितकालीन धरना देने का ऐलान कर रखा है वही आगामी 4 जुलाई को प्रशासनिक भवन से मुख्यमंत्री आवास तक कलश यात्रा निकालने, 11 जुलाई को सामूहिक मुंडन, 18 जुलाई से 20 जुलाई तक 2 घंटे प्रतिदिन कार्य बहिष्कार और 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा कर रखी है।
निदेशक प्रोफ़ेसर आरके धीमन की ओर से आज कर्मचारी महासंघ को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि महासंघ की दोनों प्रमुख मांगें संवर्ग पुनर्संरचना एवं वर्दी भत्ता, हॉस्पिटल पेशेंट केयर भत्ता और द्विभाषीय भत्ता के संबंध में उत्तर प्रदेश शासन बहुत ही गंभीर है। शनिवार 18 जून को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में चिकित्सा शिक्षा एवं वित्त विभाग दोनों को निर्देशित किया गया है कि इन मांगों को यथाशीघ्र निस्तारित किया जाए। निदेशक ने लिखा है कि ऐसी स्थिति में अब धरना करने का कोई औचित्य नहीं बनता है।
निदेशक के इस पत्र पर महासंघ की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। इस प्रकार वर्तमान स्थिति में कर्मचारी महासंघ और नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन दोनों का अनिश्चितकालीन धरना संस्थान में चल रहा है। नर्सों के धरने में नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला के साथ ही महामंत्री सुजान सिंह, उपाध्यक्ष रविन्दर सिंह, संगठन मंत्री मनोज कुमार वर्मा, संयुक्त मंत्री यूसुफ खान, सहायक कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश पाल प्रचार मंत्री सुनील रूप आदि शामिल हुए।