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महिला का विकास होता है तो परिवार, गांव, राष्‍ट्र होता है विकासोन्‍मुख

-ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को सशक्‍त बनाने पर जोर दिया राज्‍यपाल ने

-केजीएमयू का महिला अध्‍ययन केंद्र मना रहा है 6 से 12 मार्च तक अंतर्राष्‍ट्रीय महिला सप्‍ताह

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रही महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अधिक जोर देना चाहिए। जब ग्रामीण महिलायें सशक्त होंगी तो हमारा देश और भी आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि समाज में जागरूकता के लिए महिलाओं का जागृत होना जरूरी है। उसके विकास से परिवार आगे बढ़ता है, गांव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है।

राज्‍यपाल ने महिला अध्ययन केन्द्र, के0जी0एम0यू0, लखनऊ द्वारा अटल विहारी वाजपेयी कन्वेशन सेंटर, लखनऊ में 6 से 12 मार्च तक आयोजित ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को अपनी शक्ति को पहचानना है एवं अपने आत्म सम्मान एवं आत्म रक्षा के लिए आगे बढ़कर आना है। उन्होंने यह भी कहा हमें ग्रामीण महिलाओं को स्वास्थ्य, सफाई, शिक्षा के प्रति जागरूक करना होगा, जिसका परिणाम तुरंत नहीं, कुछ वर्षों में दिखने लगेगा।

उन्‍होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। वहां पर आने वाली गर्भवती महिलाओं, किशोरियों तथा छोटे बच्चों की समय-समय पर चिकित्सीय परीक्षण किया जाना चाहिए, जिससे उनके स्वास्थ्य की उचित देखभाल की जा सके। उन्‍होंने कहा कि‍ उचित होगा कि विश्वविद्यालय की परिधि में आने वाले प्रत्येक महाविद्यालय अपने कार्यक्षेत्र के नजदीक एक-एक गांव को गोद लें तथा उस गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र को सुविधा सम्पन्न बनाते हुए स्वस्थ्य भारत के निर्माण में अपना योगदान दें। कॉलेज अपने विद्यार्थियों की टोली बनाकर आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों के पठन-पाठन एवं उनके स्वास्थ्य के बारे में अध्ययन करें तथा आवश्यकतानुसार सहयोग करें।

राज्यपाल ने राजभवन में चल रही शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी की चर्चा की और कहा कि बच्चों को, खासकर अपनी बेटियों को सलाद का सेवन अवश्य करायें, क्योंकि बेटियों का स्वस्थ होना बहुत ही आवश्यक है। बच्चों को बचपन से ही शाकभाजी खिलाने पर जोर दें।

इस अवसर पर राज्यपाल ने महिला अध्ययन केन्द्र की महिलाओं को अच्छे कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र तथा संविदा कर्मियों के बच्चों को पौष्टिक आहार और बैग वितरित किया तथा इस मौके पर महिला सशक्तीकरण पर लगायी गयी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

समारोह में केजीएमयू के कुलपति ले0 जनरल (डा0) विपिन पुरी ने विश्वविद्यालय द्वारा चलाये जा रहे महिला अध्ययन केन्द्रों की विभिन्न क्रियाकलापों की जानकारी देते हुए बताया कि अध्ययन केन्द्रों के माध्यम से नजदीकी गांव में महिलाओं एवं बच्चों के लिए विभिन्न स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, जिसके सार्थक परिणाम दृष्टिगोचर हो रहे हैं। कुलपति ने राज्यपाल का आभार प्रकट करते हुए कहा यह सप्ताह विश्व की सभी महिलाओं की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए समर्पित है। आज महिलाएं सामाजिक, राजनितिक, न्यायिक एवं सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कंधे से कन्धा मिला कर आगे बढ़ रही हैं।

कार्यक्रम के अवसर पर कोर्डिनेटर, महिला अध्ययन केंद्र प्रो0 पुनीता मानिक द्वारा महिला उत्थान के लिए बीते वर्षों में किये गए कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अधिष्ठाता, चिकित्सा संकाय प्रो0 उमा सिंह, मुख्‍य चिकित्‍सा अधीक्षक प्रो0 एस0एन0 संखवार, अधिष्ठाता रिसर्च डिपार्टमेंट प्रो0शैली अवस्थी एवं अन्य संकाय सदस्य उपस्थित रहे।

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