प्लास्टिक सर्जरी में उत्कृष्ट कार्यों के लिए स्कॉटलैंड के कॉलेज ने दिया सम्मान
लखनऊ. केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जन डॉ. विजय कुमार को स्कॉटलैंड के रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिजिशियन एंड सर्जन ग्लासगो ने प्रतिष्ठित एफआरसीएस (FRCS) की डिग्री प्रदान की है. डॉ. विजय कुमार को यह डिग्री उनके द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान की गयी है.
ज्ञात हो डॉ. विजय कुमार ने तेज़ाब से जले चेहरे व शरीर के अन्य अंगों को प्लास्टिक सर्जरी करके मरीजों को नया जीवन प्रदान किया है. डॉ. विजय कुमार माओवादी प्रभावित क्षेत्रों सहित दूरदराज के इलाकों में जाकर जन्म से कटे होठ और तालू वाले बच्चों का ऑपरेशन आदि करते रहते हैं. इसके अतिरिक्त कटे हुए अंग को जोड़ने, लेप्रोसी के मरीजों के हाथ-पैरों की सर्जरी करने में भी डॉ. विजय कुमार को महारत हासिल है.
ज्ञात हो जले, कटे मरीजों के लिए प्लास्टिक सर्जरी किसी वरदान से कम नहीं है. क्योंकि शरीर के ऐसे अंग जिनका महत्व कार्य करने के साथ ही कॉस्मेटिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत आवश्यक है, ऐसे लोगों की सर्जरी करके उन्हें नया जीवन देना प्लास्टिक सर्जन का ही काम है. प्लास्टिक सर्जरी में जिस अंग की सर्जरी की जाती है वहां पर शरीर के दूसरे हिस्से से मांस और त्वचा लेकर लगा दी जाती है. डॉ. विजय कुमार की इस उपलब्धि पर कुलपति डॉ. एमएलबी भट्ट ने उन्हें बधाई दी है.