-विश्व मधुमेह दिवस पर एसजीपीजीआई के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग ने किया आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। आज विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में संस्थान के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग द्वारा मधुमेह के विषय में जागरूकता कार्यक्रम के दौरान प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। इसमें संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर गौरव अग्रवाल, एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के प्रोफेसर ज्ञानचंद, विभाग के सीनियर रेजिडेंट एमएस विश्वक चंद्र, राहुल कुमार, डॉ दिलीप रमेश होएसल, पैरामेडिकल स्टाफ, डायटिशियन व विद्यार्थियों ने भाग लिया।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर धीमन ने मधुमेह (डायबिटीज) से बचाव के विषय में अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन व्यायाम करके, संतुलित आहार से व तनाव से दूर रहकर शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहा जा सकता है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने आत्मानुशासन पर विशेष महत्व दिया। प्रोफेसर ज्ञानचंद ने डायबिटीज और डायबिटिक फुट अल्सर से बचाव के लिए कुछ उपाय बताए।
उन्होंने कहा कि अपने खानपान और दैनिक दिनचर्या को नियमित करके हम स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं और मधुमेह से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि मधुमेह के रोगियों को नंगे पाँव नहीं चलना चाहिए, अपने नाखूनों को बहुत सावधानी से काटना चाहिए, अधिक नोकदार जूते या कसे हुए जूते नहीं पहनना चाहिए व पैरों को बहुत ज्यादा गर्म पानी से नहीं धोना चाहिए। मधुमेह के रोगियों को पैरों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
संस्थान की डायटिशियन शिल्पी ने डायबिटीज से बचाव के लिए संतुलित आहार के बारे में लोगों को जागरूक किया और कहा कि अपने रोज के आहार में फाइबर, ताजी सब्जियां और फलों को शामिल करना चाहिए। मधुमेह के रोगियों को अपने चिकित्सक और आहार विशेषज्ञ से पूछ कर ही कुछ फल और सब्जियां निश्चित मात्रा और अनुपात में ही लेनी चाहिए जिससे मधुमेह को नियंत्रित किया जा सके।