-एसोसिएशन के संरक्षक का आरोप, अधिकारी सही तथ्य ‘ऊपर’ तक नहीं पहुंचा रहे
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कॉन्ट्रेक्ट एमपीडब्ल्यू एसोसिएशन के संरक्षक विनीत मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि प्रशिक्षण की मांग को लेकर पुरुष संविदा एम.पी.डब्ल्यू. के पिछली 27 जुलाई से महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में चल रहे बेमियादी सत्याग्रह आंदोलन के बारे में मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री तक सही तथ्य अधिकारियों द्वारा नहीं पहुंचाये जा रहे हैं। प्रदेश में संक्रामक रोग फैल रहे हैं, लेकिन इन रोगों के नियंत्रण में बड़ी भूमिका निभाने के उद्देश्य से रखे गये संविदा एमपीडब्ल्यू पुरुष कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का फैसला शासन द्वारा अभी तक लंबित रखा गया है, जबकि नियुक्ति के समय ही यह तय था कि एक वर्ष का प्रशिक्षण कराया जायेगा।
विनीत मिश्रा ने कहा कि महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में कार्यदिवसों में किये जा रहे बेमियादी सत्याग्रह आंदोलन का पांचवें सप्ताह का आज 24 वां दिन है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहले भी एन.आर.एच.एम.द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का चयन कर प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें विभाग में समायोजित किया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री तक सही जानकारी नहीं पहुंच पा रही है। जिसके चलते हम कर्मचारियों को प्रशिक्षण पाने की समस्या हल नहीं हो पा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मलेरिया, बुखार, डेंगू के रोगों के साथ-साथ कोविड-19 के नए रोगी सामने आए हैं मुख्यमंत्री अपनी टीम-9 के पेंच कस रहे हैं, अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अपने अधिकारियों के पेंच कस रहे हैं नूरा-कुश्ती, रस्सा-कसी जारी है। सब कागजों पर खेल चल रहा है समस्या जस की तस है अधिकारीगण सही तथ्यों को मुख्यमंत्री तक नहीं रख रहे हैं। मुख्यमंत्री को यह नहीं बताया जा रहा कि संक्रामक रोगों को नियंत्रण करने वाले कर्मचारी प्रशिक्षण के लिए दर-दर भटक रहे हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब जनता को स्वास्थ्य का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
धरना-स्थल पर उत्तर प्रदेश बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष धनंजय तिवारी ने भी मंच से अपने विचार रखे, उन्होंने बताया कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद महामंत्री अतुल मिश्रा के साथ इन संविदा कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिलाने के लिए अपर मुख्य सचिव से मिलकर वार्ता करेंगे, इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है उन्होंने यह बताया कि इन संविदा कार्मिकों की मांग पूर्णतया जायज है, इन संविदा कर्मचारियों को विभागीय प्रशिक्षण मिलने से महिला कर्मचारियों के ऊपर बोझ कम होगा और प्रदेश की जनता को संक्रामक रोगों के नियंत्रण का लाभ मिल सकेगा। आज के आंदोलन की अध्यक्षता संगठन पदाधिकारी प्रवीन कुमार एवं विवेक मिश्रा के द्वारा की गई। धरना स्थल पर जनपद मैनपुरी तथा लखनऊ के आंदोलनकारी उपस्थित रहे।