सफाई अभियान के बहाने फिर याद आया पॉलीथीन पर रोक का आदेश
लखनऊ। सावधान हो जाइये फिर से सब्जी के लिए थैला रख लीजिये क्योंकि पॉलीथीन के इस्तेमाल को लेकर प्रशासन फिर से सख्ती करने जा रहा है। उत्तर प्रदेश में तकनीबन डेढ़ साल बाद एक बार फिर से अभियान चलने जा रहा है। यूं तो पॉलीथीन पर बैन का आदेश हाईकोर्ट ने सरकार को दिया था लेकिन अभियान में ढिलाई के चलते आदेश का अनुपालन नहीं हो रहा है। अब जब बात सफाई की आयी और विशेष रूप से एक सप्ताह का अभियान चलाने का फैसला किया गया है जिसमें पॉलीथीन पर रोक की बात कही गयी है।
ज्ञात हो नवम्बर 2015 में हाईकोर्ट के आदेश के बाद जनवरी 2016 से प्लास्टिक पर बैन लगाने के लिए अभियान शुरू किया गया था, उस समय स्थिति यह बन गयी थी कि सब्जी वाले भी सब्जी के लिए कैरीबैग इस्तेमाल नहीं कर रहे थे यहां तक कि लोगों को अखबारी कागज में सब्जी ले जाते देखा जाता था लेकिन समय बीता और इसके लिए की जा रही सख्ती भी बीते दिनों की बात हो गयी और एक बार फिर धड़ल्ले से प्लास्टिक कैरी बैग का इस्तेमाल होने लगा।
आज से शुरू हो रहे विशेष स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत प्रतिबन्धित पालीथीन के विरुद्ध सघन अभियान चलाया जाएगा। सभी नगर आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारी आपने-अपने क्षेत्र में प्लास्टिक के कैरी बैग, कप-प्लेट, ग्लास के उत्पादकों, थोक विक्रेताओं तथा फुटकर विक्रेताओं की एक सूची पते सहित तैयार कराकर सूचीबद्ध प्रतिष्ठानों, व्यक्तियों को उत्पादन व बिक्री को रोकने के लिए नोटिस दी जाएगी। आदेशों का अनुपालन न करने पर नियमानुसार जुर्माना व प्रतिष्ठान को सील करने की कार्यवाही भी की जाएगी।
नालियां चोक होती हैं तो मच्छर पैदा होते हैं
यह जानकारी संसदीय कार्य एवं नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने दी। उन्होंने बताया कि 50 माइक्रॉन के पालीथीन को प्रतिबन्धित किया गया है और इसका उपयोग रोकने के लिए पूरे प्रदेश में अभियान चलाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए गये हैं। उन्होंने बताया कि पालीथीन के कारण नाले, नालियां चोक होती हैं और जल निकासी न होने के कारण जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे मच्छर तथा जल जनित बीमारियां पैदा होती हैं। उन्होंने कहा कि पालीथीन से पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। उन्होंने ये भी निर्देश दिए हैं कि सम्बन्धित अधिकारी अपने क्षेत्र के तीन बड़े प्लास्टिक कैरी बैग के उत्पादक, थोक बिक्रेता तथा खुदरा बिक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का स्वयं निरीक्षण करेंगे।
इंसेफ्लाइटिस प्रभावित जनपदों में यह अभियान 31 अगस्त तक चलाया जायेगा
नगर विकास मंत्री ने बताया कि पूरे प्रदेश में आज से 25 अगस्त तथा जापानी इन्सेफ्लाइटिस से प्रभावित जनपदों-गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महाराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, सन्तकबीर नगर, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सीतापुर तथा लखीमपुरखीरी में 30 अगस्त तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में विशेष कार्य दल, जिसमें नगर निकाय के अधिकारी/कर्मचारी व कूड़ा उठाने के वाहन, मशीन व अन्य उपकरणों के साथ क्षेत्र में निकलेंगे और स्वयं की देखरेख में निर्धारित क्षेत्र को साफ करायेंगे। यह सफाई अभियान प्रत्येक वार्ड में संचालित किया जाएगा।
विशेष जिम्मेदारी निभानी होगी : सुरेश खन्ना
श्री खन्ना ने बताया अभियान के दौरान नगर आयुक्त अपने अधीनस्थ अधिकारियों को विशेष सफाई टीम के नेतृत्व की वार्डवार जिम्मेदारी देते हुए नामित करेंगे। सफाई के दौरान एकत्रित किए गये कूड़े को उसी समय सैनेटरी लैण्ड फिल साइड पर भिजवाया जाएगा। इसके साथ ही छोटे बड़े सभी नालों की सफाई तथा वार्ड के अन्दर पडऩे वाले छोटे नालों को भी सफाई सुनिश्चित की जाएगी। बड़े नालों की सिल्ट भी निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान के संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही होने पर सम्बन्धित अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।