उन्हीं की ड्यूटी लगायें जिनके वैक्सीन लगी हो
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा को पत्र लिखा
मेडिकल कॉलेजों में आवश्यक व्यवस्थाएं किये जाने का अनुरोध
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा, अनिता भटनागर जैन से अनुरोध किया है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों विशेष कर केजीएमयू एवं एसजीपीजीआई जहां से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (चिकित्सकों/पैरामेडिकल स्टाफ) के स्वाइन फ्लू से ग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है, वहां सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को तत्काल स्वाइन फ्लू के टीके लगवाये जाये। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में भर्ती होने वाले स्वाइन फ्लू के मरीजों के इलाज के लिए केवल उन्हीं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को लगाया जाय, जिन्हें स्वाइन फ्लू के टीके लगाये जा चुके हैं।
श्री त्रिवेदी ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि सभी मेडिकल कॉलेजों में स्वाइन फ्लू के मरीजों के उपचार के लिए एक आइसोलेटेड वार्ड सुरक्षित कर लिया जाय। स्वाइन फ्लू के मरीजों के उपचार के दौरान मरीजों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा रोकथाम के सभी उपाय यथा चेहरे पर मास्क लगाना, हर बार साबुन से हाथ धुल लेना आदि अनिवार्य रूप से किया जाय तथा सभी मेडिकल कालेजों में सर्जिकल मास्क, एन 95 मास्क, टैमीफ्लू टैबलेट, पीपीई किट, वैक्सीन एवं अन्य उपचार सामग्री का भण्डारण सुनिश्चित कर लिया जाये।
पत्र में डेंगू तथा अन्य वेक्टर जनित रोगों को शासन द्वारा अधिसूचना दिनांक 9 नवम्बर, 2016 जारी कर नोटिफियेबिल डिजीज घोषित किया जा चुका है, जिसके अन्तर्गत सभी चिकित्सालयों, निजी नर्सिंग होम आदि को स्वाइन फ्लू, डेंगू एवं वेक्टर जनित रोगों से ग्रस्त मरीजों की सूचना जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी को अनिवार्य रूप से दी जानी है। सभी मेडिकल कॉलेजों में भर्ती मरीजों की सूचना मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए जाने हेतु आदेश जारी किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है। इसके अलावा जांच की सुविधा मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध कराये तथा यदि किसी मेडिकल कॉलेज में सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो सैम्पल निकट के मेडिकल कॉलेज भेजकर टेस्ट कराना सुनिश्चित कराये जाने का अनुरोध किया गया हैै।