पारदर्शी हुयी महिला कल्याण विभाग की कार्यव्यवस्था
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण, पर्यटन मंत्री प्रो रीता बहुगुणा जोशी ने गुरुवार 27 जुलाई को महिला कल्याण विभाग के ‘स्टेट डाटा मैनेजमेंट सेंटर’ का उद्घाटन किया। इसके साथ ही प्रदेश में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी बाल गृहों, सम्प्रेक्षण गृहों, महिला शरणालयों एवं महिला सुधार गृहों में स्थापित सीसीटीवी कैमरों एवं बायोमेट्रिक मशीन को ऑनलाइन जोड़ दिया गया। ऑनलाइन जोड़े जाने से अब व्यवस्थाओं का केन्द्रीकृत मॉनीटरिंग किया जाना सम्भव हो सकेगा।
महिला कल्याण विभाग के ‘स्टेट डाटा मैनेजमेंट सेंटर’ का उद्घाटन
इस अवसर पर प्रो. जोशी ने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचारमुक्त पारदर्शी कार्य व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी दिशा में महिला कल्याण विभाग द्वारा आज ‘स्टेट डाटा मैनेजमेंट सेंटर’ का शुभारम्भ किया गया है। इसके तहत केन्द्रीकृत मॉनीटरिंग हेतु प्रमुख सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार के कक्ष में तथा स्टेट डाटा मैनेजमेंट सेंटर में एक बड़ी एलसीडी स्क्रीन लगायी गयी है जिसका लिंक विभाग की विविध योजनाओं के तहत संचालित समस्त कार्यालयों/संस्थाओं से जुड़ा रहेगा। विभाग के मुख्यालय का जनपद स्तर के कार्यालयों से लिंक हो जाने से अब सूचनाओं का आदान-प्रदान आसानी से हो सकेगा और सुदृढ़ प्रबंधन में सफलता मिलेगी। प्रो. जोशी ने कहा कि अब वित्तीय प्रबन्धन में पूरी पारदर्शिता और कार्यों के समयबद्ध निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी और ‘जीरो टालरेन्स टू करेप्शन’ की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।
श्रीमती जोशी ने विभाग में नवीन सूचना प्रौद्योगिकी तकनीक के प्रयोग पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे प्रत्येक स्तर पर कार्यों का समयबद्ध निर्वहन होगा उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा पहले से ही केन्द्रीकृत योजना ‘181 महिला हेल्पलाइन’ सफलतापूर्वक चलायी जा रही है। लखनऊ में संचालित केन्द्रीकृत कॉल सेन्टर के माध्यम से प्रदेश के सभी 75 जनपदों में ‘181-महिला हेल्पलाइन द्वारा सहायता दी जा रही है। अब ‘स्टेट डाटा मैनेजमेंट सेंटर से केन्द्रीकृत मॉनीटरिंग सम्भव हो सकेगी।
जवाहर भवन, लखनऊ के 8वें तल पर स्थापित इस सेंटर के उद्घाटन में प्रमुख सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार, निदेशक रामकेवल तथा विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।