-असली सुपर हीरो बताया चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को
-रक्षा मंत्री केजीएमयू के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए वर्चुअली
-केजीएमयू ने मनाया 114वां एवं 115वां स्थापना दिवस समारोह
-132 मेधावी छात्र-छात्राओं को किया गया मेडल व अवॉर्ड से सम्मानित
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने कहा है कि चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने यह साबित कर दिया है कि असली सुपर हीरो ये चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी ही हैं, जिन्होंने कोविड काल में बिना रुके निरंतर मरीजों की सेवा की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के चिकित्सकों को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को ऐसी जंग लड़ने पर विवश किया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी लेकिन यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। ब्रिटेन में इस वायरस में आए बदलाव चिंता के संकेत हैं। अतः भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस बात को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं।
राजनाथ सिंह ने यह बात आज किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के 114वें एवं 115वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वर्चुअली सम्बोधित करते हुए कही। आज दो साल का स्थापना दिवस समारोह एक साथ मनाया गया। आपको बता दें कि पिछले साल सीएए के विरुद्ध प्रदर्शन के चलते समारोह का आयोजन नहीं किया जा सका था। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा, उत्तर प्रदेश, डॉ रजनीश दुबे, पूर्व विभागाध्यक्ष, न्यूरोलॉजी विभाग, के0जी0एम0यू0, प्रो0 देविका नाग, निदेशक, जैव चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र, लखनऊ, प्रो0 आलोक धावन उपस्थित थे। केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर कुल 132 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल व अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
राजनाथ ने कोरोना महामारी से जारी जंग में के0जी0एम0यू0 द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण एवं सार्थक भूमिका की सराहना करते हुए चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि काफी कम समय में ही उन्होंने चिकित्सा विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। रक्षामंत्री ने अपने प्रबोधन में मेडल एवं अवॉर्ड प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी।
रक्षामंत्री ने कोरोना वैक्सीन पर जानकारी देते हुए कहा कि वैक्सीन के वितरण की पूरी तैयारी हो चुकी हैं तथा वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जल्द ही इस वैक्सीन को बनाने का काम पूरा कर लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि देश में निर्धन वर्ग चिकित्सा सुविधा से महरूम न रहे इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की जिसके अन्र्तगत वर्तमान समय तक लगभग डेढ़ करोड़ लोगों ने निशुल्क चिकित्सा प्राप्त की है। रक्षामंत्री ने मेडल व अवॉर्ड पाने वाले विद्यार्थियों एवं डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि वह सेना में भी अपनी सेवाएं दें। उन्होंने कहा कि सेना को अपने जैसे होनहार चिकित्सकों की आवश्यकता है तथा चिकित्सा सेवा के साथ ही उन्हें देश सेवा का अवसर भी प्राप्त होगा।
डॉ रजनीश दुबे ने इस अवसर पर मेडल प्राप्त करने वाले मेधावियों को बधाई देते हुए छात्र-छात्राओं से शोध कार्यों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। प्रो0 देविका नाग ने कहा कि के0जी0एम0यू0 में पढ़े हुए छात्र विश्व के हर कोने में फैले हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज मेडल पाने वाले छात्र-छात्राओं को इसके साथ ही यह जिम्मेदारी भी देते हैं कि आप इस क्षेत्र में अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ करें। प्रो0 आलोक धावन ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए जीवन और चिकित्सा सेवा से जुड़ी जिम्मेदारी एवं अनुभव के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी के स्वागत सम्बोधन के साथ हुआ। कुलपति द्वारा चिकित्सा विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उनके द्वारा बताया गया कि एम0बी0बी0एस0 छात्रों के पहले बैच ने अक्टूबर 1911 में 31 छात्रों के साथ किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में प्रवेश किया। तब से, के0जी0एम0यू0 ने 30,000 से अधिक पूर्व छात्रों को चिकित्सक बनाने का कार्य किया जो इस कॉलेज के गौरव हैं और भारत और दुनिया भर में चिकित्सा पेशे की सेवा कर रहे हैं। गांधी मेमोरियल एवं सम्बद्ध अस्पतालों में किसी भी समय भर्ती किए गए (ऑन-बेड) समान संख्या वाले रोगियों के साथ 4000 से अधिक कार्यात्मक बेड हैं, और पूर्व कोविड समय में ओ0पी0डी0 में प्रतिदिन लगभग 9000-10000 नए रोगियों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान की गई। इसके साथ ही चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा सभी ओपीडी को पुनः संचालित कर दिया हैं।
कई पुस्तकों और मेडिकल बुलेटिन का हुआ विमोचन
स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी, प्रो0 अमिता जैन, ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉ0 अजय सिंह, दंत संकाय ओरल एंड मैक्सोफेशियल विभाग की प्रो दिव्या मेहरोत्रा, एनाटॉमी विभाग की प्रो0 ज्योति चोपड़ा, नर्सिंग से संबंधित जानकारी के लिए नर्स उर्वशी शर्मा द्वारा चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी अलग-अलग लिखित किताबों तथा अधिष्ठाता, दंत संकाय, डॉ अनिल चंद्रा और डॉ रामेश्वरी सिंघल द्वारा जारी दंत संकाय के बुलेटिन का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के समापन से पूर्व प्रति कुलपति प्रो0 विनीत शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। इसके बाद राष्ट्रगान के साथ ही समारोह का समापन हुआ। समारोह का संचालन प्रो अमिता पाण्डेय व प्रो पुनीता मानिक ने किया।