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जब गंदे होंगे हाथ… तो कैसे पढ़ेगा इंडिया और कैसे बढ़ेगा इंडिया

-स्‍कूल में 29 से 51 प्रतिशत बच्‍चे अनुपस्थित रहते हैं बीमारियों की वजह से

-ग्‍लोबल हैंड वाशिंग डे पर आईटी कॉलेज के ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम में बोले डॉ विनोद जैन

डॉ विनोद जैन

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। कुछ खास बातों को करने से पहले और बाद में हाथ न धोने या ठीक से न धोने जैसी आदत न होने के चलते होने वाली बीमारियों के कारण स्‍कूल में होने वाली अनुपस्थिति का प्रतिशत 29 से 51 प्रतिशत तक होता है, यानी ये बीमारियां बच्‍चों की पढ़ाई में बाधक बनती हैं, ऐसे में हाथ धोने की अच्‍छी आदत डालकर इन बच्‍चों की पढ़ाई का होने वाला नुकसान बचाया जा सकता है, क्‍योंकि पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया।

ग्‍लोबल हैंड वाशिंग डे के मौके पर यह तथ्‍यपरक बात लखनऊ स्थित आईटी कॉलेज द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम में अतिथि वक्‍ता के रूप में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ऑफ सर्जरी एवं अधिष्ठाता, पैरामेडिकल संकाय, डॉ विनोद जैन ने अपने व्‍याख्‍यान में कही। डॉ विनोद जैन ने हाथों की स्वच्छता पर बल देते हुए बताया कि केवल हाथों की उचित स्वच्छता से 23 से 40 प्रतिशत डायरिया के रोग, 16 से 17 प्रतिशत सांस के रोग, 58 प्रतिशत पेट के रोग एवं आंखों तथा त्वचा के रोगों में कमी आती है।

डॉ जैन ने कहा कि यह भी देखा गया है कि स्कूल के विद्यार्थियों की अनुपस्थिति में भी 29 से 51 प्रतिशत की कमी आती है। जब हम सामान्य रूप से अपने हाथ धोते हैं इसके कई स्थानों की सफाई ठीक से नहीं हो पाती है जैसे उंगली के पोरों, हाथों के पीछे का हिस्सा, नाखून एवं अंगुलियों व अंगूठे के सिरे।

डॉ विनोद जैन ने बताया कि जिन स्थितियों में विशेषकर अपने हाथों को धोना चाहिए, उनमें

1.खाना पकाने से पहले, दौरान और बाद में

2.खाना परोसने के पहले

3.खाना खाने के पहले और बाद में

4.शौच का प्रयोग करने के बाद

5.कोई भी गंदी वस्तु अथवा कूड़ा छूने के बाद

6.बाजार से लौटने के बाद

डॉ विनोद जैन ने बताया कि बिना हाथ धोए अपनी आंख, मुंह अथवा नाक को नहीं छूना चाहिए तथा साबुन, पानी से हाथ धोते समय 40 से 60 सेकेंड और सेनेटाइजर से 15-20 सेकेंड हाथ धोना चाहिए। इसी क्रम में अंत में उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शपथ दिलाई कि वे लोग अन्य लोगों को भी हाथों की स्वच्छता के लिए प्रेरित करेंगे क्योंकि

Life is better with clean hands

Cleanliness of hands saves lives

इस सजीव प्रसारण को लगभग सौ विद्यार्थियों एवं अध्यापकों द्वारा देखा गया तथा इस अवसर पर मुख्य रूप से स्टेट न्यूट्रीशिनिस्ट, मिड डे मील अथोरिटी, उत्तरप्रदेश, डिपार्टमेंट ऑफ बेसिक एजुकेशन, उत्तर प्रदेश तरुणा सिंह, आई0 टी0 कॉलेज की प्रेसिडेंट डॉ ई0एस0 चार्ल्‍स, प्रधानाचार्य आई0 टी0 कॉलेज, डॉ वी प्रकाश, विभागाध्यक्ष, न्यूट्रिशियन विभाग डॉ नीलम कुमार उपस्थित रहीं।

राघवेन्द्र शर्मा

इसी क्रम में के0जी0एम0यू0 के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज के शिक्षक राघवेन्द्र शर्मा ने अवध गर्ल्‍स डिग्री कॉलेज की छात्राओं एवं शिक्षिकाओं को हाथ की स्वच्छता के बारे में ऑनलाइन माध्यम से प्रशिक्षित किया जिसमें लगभग 50 छात्राओं ने प्रतिभाग किया।