-अधिकारियों को दिन में दो बार स्वास्थ्य का हाल लेने के निर्देश
-असुविधा हो तो सीएम हेल्पलाइन 1076 पर भी कर सकते हैं कॉल
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। कोविड प्रभावित लोगों को और बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समस्त जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिन में दो बार नियमित रूप से बैठक करें। सुबह की बैठक कोविड चिकित्सालय में तथा शाम की बैठक इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर में की जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से नियमित संवाद स्थापित करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी दिन में दो बार प्राप्त की जाए। इस कार्य में सी0एम0 हेल्पलाइन का भी उपयोग किया जाए। ज्ञात हो इस समय कोरोना संक्रमित कुल रोगियों में 50 फीसदी से ज्यादा रोगी होम आईसोलेशन में हैं।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में एक दिन में कोविड-19 के 1 लाख 48 हजार से अधिक टेस्ट किए जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए टेस्टिंग क्षमता को शीघ्र बढ़ाकर 1 लाख 50 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री 31 अगस्त, को चिकित्सा शिक्षा विभाग की नई टेस्टिंग लैब का शुभारम्भ करेंगे, जिससे कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता में और वृद्धि होगी। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए इस कार्य में वृद्धि के प्रयास लगातार जारी रखे जाएं। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के अनिवार्य उपयोग का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि नये मेडिकल उपकरणों को शीघ्र क्रियाशील किया जाय उनके सुचारु संचालन के लिए तकनीकी स्टाफ को प्रशिक्षित किए जाने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि एच0एफ0एन0सी0 (हाई फ्लो नेजल कैन्युला) मशीन को संचालित करने वालों को प्राथमिकता पर प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस तथा डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को पूरी तेजी से संचालित करने के निर्देश भी दिए हैं।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को यदि किसी प्रकार की समस्या आती है तो वो घर पर न रहें। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में ई-संजीवनी पोर्टल पर 1902 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी पोर्टल को गूगल पर सर्च किया जा सकता है। जिसपर लोग अपने फोन नं0 से अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। अब तक ई-संजीवनी पोर्टल से 49,685 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि लोग होम आइसोलेशन के प्रोटोकाल का पालन करें। होम आइसोलेशन में दवा न मिलने पर जनपद के इन्ट्रीग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेन्टर को फोन करें।
उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर साथ रखें। उन्होंने बताया कि कुल 93,978 लोग होम आइसोलेशन में थे जिसमें से 67,113 लोग उपचारित हो चुके हैं। किसी को कोई असुविधा हो तो स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन नं0 18001805145 अथवा सी0एम0 हेल्पलाइन नं0 1076 पर सम्पर्क करें। उन्होंने बताया कि 50.30 प्रतिशत लोग होम आइसोलेशन में हैं। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को रैपीड रेस्पॉन्स टीम उनके घर जाकर दवा आदि उपलब्ध कराये।