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सचिवालय में अनुभाग अधिकारी सहित तीन लोगों के संक्रमित होने से हड़कम्‍प

-कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर कर्मचारियों में दहशत, सचिवालय संघ ने कहा, लागू हो रोस्‍टर

लखनऊ। लखनऊ में तेजी से पांव पसारे हुए कोरोना ने सचिवालय कर्मियों के बीच ऐंट्री ले ली है, यहां एक अनुभाग अधिकारी, एक समीक्षा अधिकारी और एक कम्‍प्‍यूटर सहायक के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद हड़कम्‍प मच गया है, सचिवालय संघ ने इस पर आक्रोश जताते हुए कहा है कि सचिवालय प्रशासन विभाग के अडि़यल रवैये के चलते यहां रोस्‍टर नहीं लागू किया जा रहा है, संघ ने 50 प्रतिशत का रोस्‍टर लागू करने की मांग करते हुए कहा है कि इस मसले पर सोमवार को मुख्‍य सचिव व अन्‍य सम्‍बिन्‍धत अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रखी जायेगी।

मिली जानकारी के अनुार सचिवालय में 100 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति से विभागों में सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन नहीं हो पाता है, नतीजा यह है कि कोरोना संक्रमण ने अपने पांव यहां भी पसारने शुरू कर दिये हैं। रविवार को लाल बहादुर शास्त्री भवन स्थित चिकित्सा अनुभाग के एक अनुभाग अधिकारी, एक समीक्षा अधिकारी और कप्यूटर सहायक के संक्रमित पाए जाने से सचिवालय में अफरा तफरी का माहौल खड़ा हो गया है। अधिकारियों एवं कर्मचारियों में दहशत व्याप्त है, मगर सचिवालय प्रशासन विभाग अड़ा है कि सचिवालय में रोस्टर के हिसाब से उपस्थिति की व्यवस्था नहीं होगी। गौरतलब है कि चिकित्सा अनुभाग में डीजी मेडिकल हेल्थ से लेकर सीएमओ तक के सरकारी चिकित्सकों का एस्टेब्लिशमेन्ट का कार्य देखा जाता है।

सचिवालय में बाहरी लोगों के आवागमन से संक्रमण फैलने की आशंकाओं को देखते हुए ही सचिवालय संघ ने गत 14 जुलाई को अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन और सचिव मुख्य मंत्री से मिलकर एक अपील के माध्यम से कहा था कि सचिवालय के समूह ख में आने वाले समीक्षा अधिकारियों की उपस्थिति में 50 प्रतिशत का रोस्टर लागू किया जाए। बावजूद इसके सरकारी तंत्र पूरी तरह से कान में तेल डाल कर सोया हुआ है।

सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र, उपाध्यक्ष मुदस्सिर हुसेन, सचिव ओंकार नाथ तिवारी व कोषाध्यक्ष गोपी कृष्ण श्रीवास्तव ने कहा कि सचिवालय का सीटिंग अरेंजमेंट ऐसा है कि इसमें कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रह सकती है और यदि कोई व्‍यक्ति संक्रमित हो तो उससे कोई दूसरा व्‍यक्ति संक्रमित होने से बच भी नहीं सकता। सचिवालय के अंदर से लेकर बाहर तक भारी संख्‍या में भीड़ हर समय बनी रहती है। अधिकारियों की इस घोर लापरवाही से सचिवालय कर्मियों के जीवन पर संकट खड़ा हो गया है। सचिवालय संघ इन मामलों को लेकर कल मुख्‍य सचिव सहित सभी सम्बिंधित अधिकारियों से मिलकर अपना विरोध दर्ज कराएगा। संघ ने मुख्‍यमंत्री से मांग की है कि उन्हीं विभागों व अनुभागों को खोला जाए जिनकी खोले जाने की अपरिहार्यता हो। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए अनुभाग अधिकारी स्तर तक 50 प्रतिशत उपस्थिति का रोस्टर लागू किया जाए, तथा जो सचिवालय कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं या आगे पाए जाते हैं उनकी ठीक तरह से अस्पतालों में देखभाल हो।