-बिना छुये मरीज की क्लीनिकल जांच करने की सुविधा है बूथ में
लखनऊ। एरा एजुकेशनल ट्रस्ट ने केजीएमयू को एक वीआर सिक्योर बूथ भेंट किया है।इस बूथ का इस्तेमाल कर डॉक्टर कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच के दौरान डॉक्टर खुद को संक्रमण के खतरे से आसानी से बचा सकेंगे। इस बूथ के माध्यम से मरीज की जांच के दौरान डॉक्टर उसके सीधे संपर्क में नहीं आएंगे।
एरा मेडिकल डीवायसेस द्वारा निर्मित इस बूथ में डॉक्टर बैठकर मरीज की आसानी से जांच कर सकते हैं। इस अवसर पर एरा यूनिवर्सिटी की वाईस चांसलर प्रोफेसर फरज़ाना मेहदी, एरा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर एम एम ए फरीदी, एरा मेडिकल डीवायसेस के फहीम वकार व हेड नोडल अफसर कोरोना टास्क फाॅर्स डिपार्टमेंट ऑफ़ मेडिसिन के जी एम यू प्रोफेसर वीरेन्द्र आतम उपस्थित थे ।
ट्रस्ट के अधिकारियों ने बताया कि बूथ एलमुनियम व डब्ल्यूपीसी शीट से निर्मित किया गया है, जिसके कारण इसका वजन काफी कम है और इसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा सकते हैं। बूथ के उपयोग के दौरान भीतर उत्पन्न होने वाली बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण को दूर करने के लिए यूवी लाइट ओटी फ्लोरशीट व विशेष फिल्टर का प्रयोग किया गया है मरीज की हार्टबीट व फेफड़ों की जांच के लिए बाहर की ओर एक आला लगा है जिसे भीतर बैठे डॉक्टर प्रयोग कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि मरीज की लार का नमूना लेने के लिए बाहर की ओर एक ट्रे भी लगाई गई है
ज्ञात हो कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान पीपीई किट की मांग काफी बढ़ गई है जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग में किट की काफी किल्लत है। बताया जा रहा है कि यह बूथ पीपीई किट की आवश्यकता को काफी कम करेगा क्योंकि पी पी ई किट को कुछ समय प्रयोग के बाद उसे नष्ट किया जाता है लेकिन यह बूथ एक से अधिक बार प्रयोग हो सकता है बूथ में लगे ग्लबस को समय-समय पर बदलना आवश्यक है जिसे आसानी से बदला जा सकता है
अधिकारियों का कहना है कि यह पहला बूथ है जिसे केजीएमयू को भेंट किया गया है साथ ही एक बूथ एरा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भी लगाया गया है ट्रस्ट की ऐसी योजना है जिसके तहत प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों और बड़े सरकारी अस्पतालों को या बूथ आने वाले दिनों में भेंट किया जाएगा।