लखनऊ। केजीएमयू संवर्ग की नर्सों के लिए बड़ी राहत भरी खबर लेकर आया है यहां कार्यरत स्वास्थ्य विभाग की नर्सोंं को सरकारी अस्पतालों में भेजने का आदेश। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय की नर्सेस एसोसिएशन ने मांग की है कि संस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के तहत कार्यरत नर्सों को शासकीय अस्पतालों में भेेजने के शासन के नये आदेशों के अनुपालन के उपरान्त खाली होने वाले उच्च पदों पर केजीएमयू द्वारा नियुक्त की गयी नर्सों का समायोजन किया जाये।
एसोसिएशन के महामंत्री जितेन्द्र उपाध्याय द्वारा आज कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट को सम्बोधित पत्र में लिखा गया है कि केजीएमयू द्वारा नियुक्त की गयी 273 नर्सों का छह वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है इनमें से कई नर्सोंं को कार्यवाहक सिस्टर इंचार्ज की पोस्ट देकर उनसे कार्य कराया जा रहा है, जबकि नियमानुसार रिक्त पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण हो जानी चाहिये थी परन्तु अभी तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की नर्सों के रहते केजीएमयू की नर्सेस को अपने वर्तमान पद पर रहते अपने उच्च पदों की जिम्मेदारियों का वहन करना पड़ रहा है जिससे केजीएमयू की नर्सों को वित्तीय हानि भी हो रही है। पत्र में लिखा गया है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की नर्सों की हानि करना उनका मकसद नहीं है लेकिन जो हक केजीएमयू की नर्सों का है वह उन्हें मिलना चाहिये।
पत्र में अनुरोध किया गया है कि उत्तर प्रदेश शासन की मंशानुरूप केजीएमयू में तैनात चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं की नर्सेस की तैनाती सरकारी अस्पतालों में करने के उपरान्त खाली होने वाले उच्च पदों पर केजीएमयू की नर्सों को कार्यवाहक बजाय पूर्ण रूप से उच्चीकृत जिम्मेदारी दी जाये।