लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एडवांस लाइफ सपोर्ट एएलएस वाली 150 एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखायी, इन एम्बुलेंस को 75 जनपदों में भेजा गया है। पूर्व में चल रहीं अन्य एम्बुलेंस के अलावा यह सुविधा दी गयी है।
जीपीएस से रखेंगे दुरुपयोग पर नजर
आज मुख्यमंत्री आवास पर योगी आदत्यिनाथ ने 150 एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एम्बुलेंस सेवा को लॉन्च करते हुए कहा कि फिलहाल हर जिले को दो-दो एम्बुलेंस दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन एम्बुलेंंस का दुरुपयोग न हो इसके लिए इनमें जीपीएस लगाया गया है। उन्होंने बताया कि यह अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एम्बुलेंस 10 मिनट में मरीज के पास पहुंच जायेगी। उन्होंने कहा कि ये एम्बुलेंस मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएमओ, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सीएमएस या डॉक्टर के निर्देश देने पर ही मरीज को लेने जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए एम्बुलेंस सेवा पर कॉल करके अपनी समस्या के बारे में बताना होगा।
इस तरह के मरीजों को मिलेगा एम्बुलेंस सेवा का लाभ
उन्होंने बताया कि जिन मरीजों को हार्ट की दिक्कत है, जिन महिलाओं के प्रसव में क्रिटिकल कंडीशन हो गयी हो, उसे सांस लेने में तकलीफ हो, नवजात को क्रिटिकल दिक्कत, हेड इंजरी या जले हुए मरीज को इस एम्बुलेेंस सेवा का लाभ मिलेगा इसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
एएलएस एम्बुलेंस में ये हैं सुविधायें
– इमरजेंसी में मरीज को दी जाने वाली सभी जरूरी दवायें उपलब्ध रहेंगी। एम्बुलेंस में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन भी मौजूद रहेंगे।
– इस एम्बुलेंस के अंदर एक वेंटिलेटर लगाया गया है जिससे कि हार्ट अटैक, बर्न, हेड इंजरी और क्रिटिकल मरीजों को इमरजेंसी पडऩे पर लाइफ सपोर्ट दिया जा सके।
– इस एम्बुलेंस में एक मल्टी पैरा मॉनिटर डिवाइस लगाई गई है। इस डिवाइस से मरीज के बॉडी में हो रहे बदलाव पर नजर रखी जाती है।
– वैन के अंदर एक ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफेबरीलेटर डिवाइस लगाई गई है, ताकि मरीज को सांस सम्बन्धी परेशानी होने पर उसे फौरन राहत पहुंचाई जा सके।
एम्बुलेंस कर्मचारियों को मिले समय से वेतन
एम्बुलेंस सेवा में लगे कर्मचारियों को समय पर वेतन न मिलने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग से ऐसी व्यवस्था करने को कहा जायेगा कि जो एजेंसियां एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध करा रही हैं उनके कर्मचारियों का वेतन समय पर दिलाना सुनिश्चित करें, इस पर नजर रखनी होगी। उनका कहना था कि समय से वेतन अगर नहीं मिलता है तो फिर इसका असर कर्मचारियों के कार्य पर पड़ता है।